
बहराइच। शुक्रवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वच्छता समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने स्वच्छ भारत मिशन योजना (ग्रामीण) योजनान्तर्गत ग्राम पंचायतों में कराये गये कार्यों की जांच की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं 2024-25 में निर्गत की गई धनराशि के सापेक्ष कराये गये कार्यों की जनपद स्तरीय अधिकारियों एवं तकनीकी अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से किये गये भौतिक सत्यापन के दौरान अपव्यय की गयी धनराशि के लिए ग्राम पंचायत सचिवों व अन्य सम्बन्धित की जिम्मेदारी तय करते हुए सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही के साथ-साथ धनराशि की वसूली के लिए भी कार्रवाई की जाय।
डीएम मोनिका रानी ने मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र को निर्देश दिया कि योजनान्तर्गत कार्यों में रूचि न लेने वाले सहायक विकास अधिकारी (पं.) को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाय। डीएम ने निर्देश दिया कि पूर्व वित्तीय वर्षों में विभिन्न योजना अन्तर्गत जो धनराशि निर्गत की गयी है उसके अनुरूप शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण करा लिये जायें। डीएम ने निर्देश दिया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में अवशेष कार्ययोजना के अनुमोदन से पूर्व जिला पंचायत राज अधिकारी व सम्बन्धित सहायक विकास अधिकारी इस आशय का संयुक्त रूप से प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करें कि जो कार्य कराये जाने हैं पूर्व में किसी योजना से नहीं कराये गये है तथा प्रस्तावित कार्यों को शासनादेशानुसार सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए कराये जाएंगे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, जिला विकास अधिकारी राज कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी बृजेश कुमार सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी नरेन्द्र तिवारी, र्डीअएसटीओ अर्चना सिंह, समाज कल्याण अधिकारी श्रद्वा पाण्डेय सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी व सहायक विकास अधिकारी (पं.) मौजूद रहे।