बहराइच l पयागपुर आज के आधुनिक युग में हर कार्यक्रम में तेज आवाज में बजने वाले डीजे का प्रयोग हो रहा है, जिससे कमजोर हृदय वालों पर इस डीजे का बुरा प्रभाव पड़ रहा है, क्योंकि जब डीजे की तेज आवाज से वाइब्रेशन पैदा होता है, तो मानव के शरीर का हृदय जो अमूल्य अंग है ,वह डीजे की आवाज के कंपन को सहन नहीं कर पाता है, जिससे दिल के मरीजों और कमजोर हृदय वाले आदमियों को घबराहट बेचैनी और दिल बैठने की आशंका सदैव बनी रहती है | इसी में यदि किसी का दिल कमजोर है, तो वह तेज आवाज में बजने वाले डीजे के कंपन को सहन नहीं कर पाता है जिस कारण से वह अचानक ही मौत के गोद में समा जाता है |
डीजे की तेज आवाज मानव शरीर के अमूल्य अंग हृदय को कर रहा बुरी तरह से प्रभावित
लेकिन शादी ब्याह और अन्य कार्यक्रमों में बजने वाले डीजे पर प्रशासन की कोई भी देखरेख नहीं है ,सभी डीजे वाले तेज आवाज में डीजे बजाते हैं और लोगों के दिल को दहला देते हैं l इसी कारण से जिले में हर जगह कहीं ना कहीं आए दिन घटना सुनी और पढ़ी जाती है कि डीजे की आवाज के कंपन को सहन न कर पाने के कारण फला आदमी की मृत्यु हो गई l स्थानीय प्रशासन को तेज आवाज में डीजे बजाने वालों पर जरूर रोक लगानी चाहिए ताकि जनमानस के दिलों से यह डीजे वाले खिलवाड़ न कर सके और होने वाली मौतों से लोगों को बचाया जा सके l
डीजे की तेज आवाज के कंपन से बड़े बुजुर्ग और बच्चों को बहुत सारी समस्याएं पैदा होनी शुरू हो जाती है जब यह डीजे उनके आसपास तेज आवाज में बजता है l ऐसे में तेज आवाज में बजने वाले डीजे पर प्रतिबंध नहीं लगा तो कमजोर दिल वालों के लिए मुसीबत ही बनता जाएगा l