दैनिक भास्कर ब्यूरो ,
बहराइच। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षण कार्य की गुणवत्ता, शिक्षक-शिक्षिकाओं व छात्र-छात्राओं की उपस्थिति, मध्यान्ह भोजन, निःशुल्क पुस्तक एवं ड्रेस वितरण, आधार फीडिंग, विद्यालय परिसर की साफ-सफाई तथा भवन का जायज़ा लेने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी ने विकास खण्ड कैसरगंज के प्राथमिक विद्यालय चक सौगहना एवं जलालपुर, आंगनबाड़ी केन्द्र प्रथम व द्वितीय सौगहना तथा पंचायत भवन सौगहना का औचक निरीक्षण किया।
प्रा.वि. सौगहना के परिसर में समुचित साफ-सफाई न पाये जाने पर ग्राम के सफाई कर्मी को निलम्बित करने का निर्देश दिया तथा एमडीएम में मेन्यू के अनुसार रोटी व सब्ज़ीयुक्त दाल के स्थान पर दाल चावल बनाया गया था। दाल की गुणवत्ता भी संतोषजनक नहीं पायी गयी। बच्चों से जानकारी करने पर मालूम हुआ कि माह कई माह से बच्चों को फल का वितरण भी नहीं किया जा रहा है। इस स्थिति पर डीएम ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए डीपीआरओ से ग्राम प्रधान का स्पष्टीकरण प्राप्त करने का निर्देश दिया गया है। स्पष्टीकरण संतोषजनक न पाये जाने पर ग्राम प्रधान के अधिकार को सीज़ करने की कार्यवाही भी अमल में लाये जाने के निर्देश दिये गये हैं।
विद्यालय में पंजीकृत बच्चों के सापेक्ष प्रथम दृष्टया उपस्थिति कम पाये जाने पर शिक्षण स्टाफ द्वारा बताया गया कि बच्चे प्राईवेट विद्यालयों व मदरसों में जा रहे हैं। डीएम ने एबीएसए व शिक्षण स्टाफ को निर्देश दिया कि विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए अभिभावकों को जागरूक किया जाय। बच्चों का आरबीएसके टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण की जानकारी प्राप्त करने पर ज्ञात हुआ की टीम द्वारा विद्यालय की विज़िट नहीं की गई है।
इस सम्बन्ध में सीएमओ को निर्देश दिया गया कि सम्बन्धित टीम के सदस्यों का स्पष्टीकरण प्राप्त किया जाय। विद्यालय परिसर में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान बच्चों की उपस्थिति कम पाये जाने पर सुपरवाईज़र के विरूद्ध कार्रवाई करने का निर्देश डीपीओ को दिया गया। टेक होम राशन की जानकारी प्राप्त करने पर बताया गया कि माह अगस्त से चावल का वितरण किया जा रहा है। पंचायत भवन के निरीक्षण के दौरान पंचायत भवन बन्द पाया गया तथा परिसर में स्थापित हैण्डपम्प खराब पाया गया। इस सम्बन्ध में डीएम ने एडीओ पंचायत तथा ग्राम सचिव के विरूद्ध कार्यवाही हेतु डीपीआरओ को निर्देश दिया गया।
प्राथमिक विद्यालय जलालपुर के निरीक्षण के दौरान पूर्व में निर्मित अतिरिक्त कक्ष में फर्श अपूर्ण पाये जाने तथा शौचालय में जलापूर्ति न पाये जाने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि तत्काल व्यवस्थाएं दुरूस्त कराएं। यहां पर कक्षा 03 की छात्रा क्रांति से ब्लैक बोर्ड टमाटर लिखवाकर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा।
दोनो विद्यालयों में ज्यादातर बच्चों बगैर ड्रेस पहने विद्यालय आने के सम्बन्ध में शिक्षण स्टाफ द्वारा बताया गया कि ड्रेस का पैसा बच्चों के अभिभावकों के खाते में जाता है। इस सम्बन्ध में डीएम ने बीएसए को निर्देश दिया कि खण्ड शिक्षा अधिकारी व शिक्षण स्टाफ के माध्यम से अभिभावकों को इस बात के लिए जागरूक किया जाय कि ड्रेस के पैसे से बच्चों की ड्रेस बनवाकर उन्हें स्कूल भेंजे। निरीक्षण के अन्त में डीएम ने बच्चों टॉफी व बिस्किट का वितरण किया।
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