बहराइच। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में मूल्य समर्थन योजना अन्तर्गत संचालित धान क्रय का जायज़ा लेने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कृषि उत्पादन मण्डी समिति में धान क्रय एजेन्सी खाद्य एवं रसद विभाग के 04 धान क्रय केन्द्रों का निरीक्षण कर क्रय केन्द्रों पर खरीद के लिए ज़रूरी संसाधनों, बोरों की उपलब्धता, धान की आवक, भुगतान तथा कृषकों की सुविधा हेतु की गई व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
धान क्रय केन्द्र प्रथम एवं द्वितीय के निरीक्षण के दौरान क्रय केन्द्र प्रभारी क्षेत्रीय विपणन अधिकारी रोहित वर्मा ने बताया कि प्रथम धान क्रय केन्द्र पर लक्ष्य 2500 कुण्टल के सापेक्ष अब तक 04 किसानों से 215.80 कुण्टल धान की खरीद की जा चुकी है। जिसमें से 02 कृषकों को उपज का भुगतान कर दिया गया है। जबकि द्वितीय क्रय केन्द्र पर लक्ष्य 2400 कुण्टल के सापेक्ष अब तक 03 किसानों से 160.00 कुण्टल धान की खरीद कर शत-प्रतिशत भुगतान किया जा चुका है। श्री वर्मा ने बताया कि क्रय केन्द्र पर कृषकों के लिए बैठने, पेयजल, छांव इत्यादि के साथ धान खरीद के लिए सभी आवश्यक उपकरण एवं बोरे पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। यहां पर डीएम ने सिसई सलोन से आये कृषक शिव कुमार के उपज की अपने सामने तौल करायी।
इसी प्रकार धान क्रय केन्द्र तृतीय के निरीक्षण के दौरान केन्द्र प्रभारी विपणन निरीक्षक नन्द कुमार ने बताया कि लक्ष्य 2400 कुण्टल के सापेक्ष अब तक 02 किसानों से 114.00 कुण्टल धान की खरीद कर शत-प्रतिशत भुगतान कर दिया गया है। जबकि चतुर्थ क्रय केन्द्र के निरीक्षण के दौरान केन्द्र प्रभारी विपणन निरीक्षक शिवम पाण्डेय ने बताया कि लक्ष्य 2100 कुण्टल के सापेक्ष अब तक 04 किसानों से 270.80 कुण्टल धान की खरीद कर 03 किसानों को उपज का भुगतान किया जा चुका है। डीएम ने क्रय केन्द्रों पर मौजूद कृषकों से धान फसल की पैदावार तथा रबी सीजन में उर्वरक की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की।
डीएम मोनिका रानी ने क्रय केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिया कि क्षेत्र के कृषकों के साथ निरन्तर सम्पर्क बनाये रखें ताकि अधिक से अधिक धान की खरीद की जा सके। सभी क्रय केन्द्र धान खरीद हेतु शासन द्वारा भुगतान के सम्बन्ध में जारी गाइडलाइन का कड़ाई के साथ अनुपालन करें। डीएम ने सचेत किया कि किसी भी क्रय केन्द्र पर किसानों के शोषण जैसी शिकायत के संज्ञान में आने पर क्रय केन्द्र प्रभारी के साथ-साथ जनपद के प्रभारी अधिकारी के विरूद्ध भी नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।