बहराइच : विद्युत कर्मचारियों ने संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले किया हड़ताल, मचा हंगामा

दैनिक भास्कर ब्यूरो

जरवल/बहराइच। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में विद्युत कर्मियों की हड़ताल से जनमानस में तो हाहाकार मच ही चुका है। जनपद की 43 विद्युत उप-केन्द्रों में राजस्व का 70 करोड़ का अब तक नुकसान हो चुका है।जानकारों की माने तो पूरे जिले मे तीन हजार विधुत कर्मी हड़ताल पर जा चुके हैं। जिस कारण लोग वाटर सप्लाई के न् होने से बून्द-बून्द पानी के लिए भी तरस रहे हैं। ई-रिक्सा भी बैटरी चार्ज न होने से खड़े हो चुके हैं उनके सामने भी रोजी रोटी का संकट आ पड़ा है। जरवल रोड़ के मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष अरविन्द सिंह एवं जिला उपाध्यक्ष रवि यादव ने बताया की जरवल एवं जरवल रोड़ के 25 000 विधुत उपभोगताओं को इस हड़ताल से अब धुप्प अधियाले में रहना पड़ेगा जब तक सरकार सकारात्मक निर्णय न ले ले।

जिले के 43 उप-केन्द्रों पर 70 करोड़ के राजस्व का हुआ नुकसान,कर्मचारियों की कलमबंद हड़ताल जारी

जानकारों की माने तो इस हड़ताल के दौरान अब तक कैसरगंज डिवीजन में कम से कम 10 करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ है जो और भी होने के संकेत दिखाई दे रहे हैं।दूसरी तरफ जरवल विधुत उपकेन्द्र पर संविदा कर्मी रवि यादव वराकेश मिश्रा ने बताया कि हजारों की संख्या में विधुत मजदूर है वे भी हड़ताल पर है।

तो अब ये भी करेगे हड़ताली विद्युत कर्मी

जरवल। सूत्र बात रहे हैं कि विद्युत उत्पादन ग्रहों एवं पारेषण, एसएलडीसी,एएलडीएस की पाली में तैनात जूनियर इंजीनियर अभियंता एवं बिजली कर्मी रात्रि पाली की ड्यूटी पर नहीं जाएंगे। रात्रि पाली के सभी कार्मिक सभी एक जगह एकत्र भी रहेंगे यदि जिला प्रशासन अथवा पुलिस प्रशासन रात्रि पाली पर जाने के लिए बाध्य करता है तब उनसे कार्यस्थल पर जाने के बजाय गिरफ्तार करने का आग्रह करेंगे। साथ ही इवनिंग ड्यूटी के कर्मी रात्रि 10:00 बजे के पश्चात कार्य करने की असमर्थता भी जाहिर करेंगे।

नियंत्रण कक्ष के कंट्रोल रूम में बाकायदा अंकित कर देंगे की लगातार 8 घंटे तक कार्य करने के पश्चात कार्य करने में असमर्थ जाहिर करेगे। साथ ही विद्युत उत्पादन ग्रहों पर चार्ज देने वाला यदि कोई नहीं है तो मशीनों को सुरक्षित रूप से बॉक्स यूपी करने के पश्चात नियंत्रण कक्ष छोड़ देंगे।और जिन 33/11 केवी उपकेंद्रों पर प्रशासन द्वारा चार्ज लिए जाने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है वहां संयंत्रों को सुरक्षित रूप से बंद कर एवं उच्चाधिकारियों को सूचित कर बाहर भी निकल आवेगे।

बिजली ही नही बून्द-बून्द के लिए हांहाकार ऑटो-रिक्सा भी बन्द

साथ ही किसी भी पदाधिकारी के गिरफ्तारी की सूचना तत्काल संघर्ष समिति एवं संबंधित संगठन के पदाधिकारियों को उपलब्ध करा देगे। सूत्र बता रहे हैं कि आंदोलन पूरी दृढ़ता के साथ शांतिपूर्ण तरीके के साथ किसी भी प्रकार की हिंसा अथवा तोड़फोड़ नहीं करेगे इसका भी इन लोगो ने मन बनाया है।साथ ही अपरिहार्य परिस्थितियों में इंटरनेट कॉलिंग के माध्यम से संगठन /संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है। की भी जानकारी मिली है।

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