मिहींपुरवा/बहराइच l कतर्निया घाट वन्यजीव प्रभाग के मोतीपुर वन रेन्ज अन्तर्गत सोमईगौढी गांव निवासी ग्रामीण के खेत में लगे पिंजड़े में रविवार सुबह मादा तेंदुआ कैद हो गई । पिंजरे में कैद तेंदुए को वन टीम उसे रेंज कार्यालय लेकर आई । तीन डॉक्टरों के पैनल ने तेंदुआ के स्वास्थ्य का परीक्षण किया । स्वास्थ्य तेंदुए को उच्चाधिकारियो के निर्देश पर ट्रांस गेरुआ के जंगल में छोड़ा जाएगा । प्राप्त सूचना के अनुसार कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के मोतीपुर रेंज अंतर्गत सोमईगौढी गांव में कई माह से तेंदुए का आतंक था । क्षेत्र में एक बालिका समेत दो लोगों को तेंदुआ निवाला बना चुका है । जिस पर वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए गांव में पिंजड़ा लगाया था ।
वन क्षेत्राधिकारी महेन्द्र मौर्य ने बताया कि सोमई गौडी गांव निवासी मालती यादव के खेत में वन विभाग की ओर से पिंजड़ा लगाया था । पिंजड़े में बकरी को बांधा गया था । कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के डीएफओ आकाशदीप वधावन ने बताया कि रविवार सुबह 5.30 बजे तेंदुआ पिंजड़े में कैद हो गया । उसे रेंज कार्यालय लाया गया। तीन पशु चिकित्सकों की टीम ने तेंदुए के स्वास्थ्य का परीक्षण किया । उन्होंने बताया कि तेंदुआ पूरी तरह से स्वस्थ्य है। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर उसे ट्रांस गेरुआ जंगल में छोड़ दिया जाएगा । डीएफओ ने बताया कि तेंदुआ मादा है । उसकी उम्र साढ़े तीन वर्ष के आसपास है।