
मिहीपुरवा,बहराइच: मिहीपुरवा तहसील अंतर्गत बॉर्डर सीमा पर बसे गांव, जो भादा एवं सरयू नदी के समीप हैं, वहाँ पहाड़ों एवं मैदानी क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण सरयू नदी लगातार उफान पर है। हालांकि सरयू बैराज गोपिया पर जलस्तर धीरे-धीरे खतरे के निशान को छूकर वापस लौट रहा है। इसी के साथ मैदानी क्षेत्र में पानी भरना शुरू हो गया है, जिसमें रामपुर धोबियाहार, बढैया कला, राजापुर क्षेत्र के खेतों में पानी भर चुका है तथा आसपास मवेशियों के चारे की दिक्कत हो रही है।
रामपुर धोबियाहार-नानपारा सड़क पर पानी बह रहा है, जिससे आवागमन प्रभावित हो रहा है। वहीं सरयू बैराज पर बाढ़ का पानी मापने के मीटर में 133.500 खतरे का निशान अंकित है। कल से पानी बढ़ते-बढ़ते 133.250 मीटर तक पहुंच गया था, परंतु दोपहर से धीरे-धीरे जलस्तर कम होना शुरू हो गया। शाम 5:00 बजे तक यह 132.850 मीटर पर बह रहा था। यही पानी सरयू बैराज से होते हुए गायघाट क्षेत्र में पहुंचकर भरना शुरू हो गया है, जिससे फसलों एवं मवेशियों के चारे की समस्या उत्पन्न हो रही है।
उधर एक बार फिर घाघरा नदी में पानी बढ़ने से जंगल गुलरिया, सुजौली क्षेत्र में जलभराव शुरू हो गया है। इस दौरान नायब तहसीलदार ब्रह्मादीन यादव राजस्व टीम के साथ जंगल गुलरिया क्षेत्र में मौजूद रहे और बाढ़ से प्रभावित लोगों को लंच पैकेट व प्लास्टिक तिरपाल का वितरण कर रहे हैं।
वहीं गोपिया बैराज के नीचे लौकाही, करमोहना, पुरैना रघुनाथ, सर्रा, पड़रिया क्षेत्र के खेतों में पानी भर गया है। खल्ला क्षेत्र के निचले हिस्सों में पानी भरने की सूचना पर उपजिलाधिकारी प्रकाश सिंह ने करमोहना, परसौहना, नब्बे घाट, पुरैना पहुंचकर बढ़ते जलस्तर का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि अभी पानी गांव में नहीं पहुंचा है तथा खेतों तक आकर लौट रहा है। पानी अब घट रहा है।
ग्राम प्रधान सिराजुल ने बताया कि कई बीघा फसल लगे खेत कट गए हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। यूसुफ, मालहू, ननकन, दिनेश मुजाहिद, तजम्मुल, कौशल आदि के खेत कटे हैं।
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