बहराइच में में आदमखोर भेड़िए का आतंक नहीं थम रहा है। बुधवार को झुंड का मुखिया और लंगड़े भेड़िये ने अलग-अलग स्थानों पर दो बच्चियों को निवाला बनाने के लिए हमला किया। इस हमले में बालिकाएं घायल हो गई। हमले के बाद ग्रामीणों में दहशत है। घायल बालिकाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं वन विभाग और अन्य टीमें आदमखोर भेड़िये को पकड़ने के लिए कांबिंग जारी है।
आदमखोर भेड़ियों की जद में आए बहराइच जनपद के सबसे ज्यादा खतारा महसी के आसपास का क्षेत्र हैं। इस क्षेत्र में आने वाले गांवों में घूम—घूमकर आदमखोर भेड़ियों ने आतंक मचाया है और बीते दो माह में करीब 50 लोगों को घायल कर चुके हैं। वहीं 10 लोगों को मार चुके हैं। नरभक्षी भेड़ियों की धरपकड़ में लगी वन विभाग की टीमों ने अब तक पांच भेड़ियों को रेस्क्यू कर चुकी है।
लेकिन अभी भी एक जख्मी भेड़िये का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात यानी 10 सितंबर की रात को लंगड़े आदमखोर भेड़िये ने फिर से महसी के गांवों में धावा बोला। नरभक्षी भेड़िये ने रात के अंधेरे में महसी के गड़रियन पुरवा मैकुपुरवा निवासी सुमन (11) पुत्री लक्ष्मी नारायण पर हमला कर दिया। हालांकि बच्ची के चीख पुकार मचाने पर भेड़िया घायल लड़की को वहीं छोड़ कर भाग निकला। बच्ची को इलाज के लिए स्थानीय सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ग्रामीण इस हमले से दहशत में थे कि तभी आदमखोर भेड़िये ने महसी के पास ही स्थित खैरीघाट थाना क्षेत्र के ग्राम भिवानीपुर निवासी शिवानी (12) पुत्री किशोरी लाल पर बुधवार तड़के करीब 4:45 बजे भेड़िया ने हमला कर दिया। शिवानी को भेड़िया कुछ देर खींच ले गया। परिवार के लोगों और भीड़ के हाका लगाने पर भेड़िया घायल हालत में किशोरी को छोड़कर भाग गया। बच्ची को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। आदमखोर भेड़िये के हमले की जानकारी मिलते ही खंड विकास अधिकारी हेमंत कुमार यादव और खैरीघाट थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को सतर्क रहने को कहा।
डीएफओ अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि एक भेड़िया इलाके में अभी भी घूम रहा है। उसको पकड़ने के लिए जाल, पिंजरा आदि लगाया गया है। जल्द उसे भी पकड़ लिया जाएगा। सर्च आपरेशन जारी है।