रिसिया/बहराइच l वि० ख० चित्तौरा अन्तर्गत ग्राम पंचायत चफरिया में बनाया जा रहा एमआरएफ सेंटर मानकविहीन है, बता दें कि नगर पंचायत रिसिया हेतु बनाए जा रहे एमआरएफ सेंटर में पीले ईंट का प्रयोग किया जा रहा है l ग्रामीणों से पूछने पर ज्ञात हुआ की, थर्ड क्वॉलिटी का ईंट यानी कि पीले ईंट का प्रयोग हो रहा है, वहीं, सेंटर की दीवार पर लगाए गए रंग के बारे में मिस्त्री ने बताया की पुट्टी में रंग मिलाकर पुताई की गई है, जबकि पुट्टी की पुताई नहीं पुट्टी की जाती है। वहीं ग्रामीणों का कहना है की, चूने में रंग मिलाकर पुताई की गई है,
भास्कर की टीम ने सेंटर पर पहुंचकर कुछ तस्वीरों को कैद किया है, जिसमें साफ दिख रहा है की, सेंटर में लगाई गईं खिड़कियां पहले से ही घुनी-सड़ी नज़र आ रही हैं, इस सम्बन्ध में काम कर रहे मिस्त्री से एक दिन पूर्व जब पूछा गया तब ज्ञात हुआ कि खिड़की रिसिया से खरीद कर लाई गई है, दूसरे दिन मिस्त्री ने बताया की रिसिया मोड़ से खरीदा गया है। और जब ऑन कैमरा पूछा गया तब मिस्त्री का कहना था की खिड़कियां पहले से ही लगी हुई थीं, सिर्फ दरवाजा नया लगाया गया है। जिस दरवाजे का फ्रेम भी नीचे से सड़ा हुआ है, सेंटर में लगी खिड़कियों को सिर्फ पेंट किया गया है l इस सम्बन्ध में चेयरमैन रिसिया का कहना है की कौन कह रहा है की पुरानी खिड़की है, तुम्हारे पास सुबूत क्या है?
वहीं रंगाई की गई दीवार पर जब पानी डालकर हाथ लगाया गया l तब सारा कलर ही धुल गया, और सूखी दीवार पर भी हाथ लगाने से कलर झड़ रहा है। वहीं मिस्त्री का ये भी कहना है की निर्माण के समय जेई कभी आए ही नहीं, और ठेकादर सिर्फ एक ही बार आए हैं। अब सवाल यह उठता है की जब संबंधित जेई मौके पर पहुंचे ही नहीं तो कार्य कैसे हो रहा है। और किए गए कार्य की गुणवत्ता कैसे मालूम होगी। ग्रामीणों ने, निर्माण हो रहे एमआरएफ सेंटर की जांच उच्चाधिकारियों से करने की अपील की है। अब जांच के पश्चात ही मालूम होगा की भ्रष्टाचार हुआ है या नहीं।