बहराइच l महसी तहसील मुख्यालय स्थित कस्बा महाराजगंज के कदीमी कब्रिस्तान मे अब मरहूमीन की मात्र 50,000 रुपए में बनेंगी पक्की कबरें उल्लेखनीय है कि कस्बा महाराजगंज में बहुत ही कदीमी कब्रिस्तान है जिसमें कस्बा समेत आसपास के गांवों के मुर्दे दफन किए जाते रहे हैं l कदीमी कब्रिस्तान का इंतजाम अंजुमन तहफ्फुज कब्रिस्तान कमेटी की ओर से किया जा रहा था।
लेकिन कुछ लोगों के जरिए आपने मरहूमीन की पक्की कबरें का निर्माण करवा लिया गया है जिससे कमेटी के सदस्यों की ओर से एतराज भी किया गया और बात ना बनने पर कमेटी के कुछ पदाधिकारियों ने त्यागपत्र भी दे दिया और कमेटी भंग कर दी गई वहीं दूसरी ओर कदीमी कब्रिस्तान की चहारदीवारी काफी जर्जर हो चुकी थी और जगह-जगह दीवार गिर रही थीं इस प्रकरण को लेकर ग्राम वासियों में काफी चर्चा बनी हुई थी l
आखिरकार कस्बा वासियों ने समूह बनाकर लोगों से (चंदा) सहयोग लेकर कदीमी कब्रिस्तान का नव निर्माण चहारदीवारी का कार्य संगे बुनियाद रखकर शुरू करवा दिया है l कुछ स्थानीय लोगों ने यह भी बताया की शीघ्र ही कमेटी का गठन करके रजिस्टर्ड भी करा दिया जाएगा l संगे बुनियाद के मौके पर ऐलान भी किया गया कि जिनको अपने मरहूमीन की निशानी बनवानी है वह 50,000 रुपया कमेटी के खाते में जमा कर बनवा सकता है l
सगें बुनियाद मे मौलाना अली अहमद, मौलाना मोहम्मद यूनुस, मौलाना अजहर, मौलाना समीर रजा वास्ती आताउस्समद मुन्नू मसूद अहमद, भोलू हाजी, मोहम्मद अहमद, इश्तियाक अहमद, मुन्ना, मोहम्मद हुसैन, हशमती, हाजी मेराज अहमद साहब आलम बरकाती शकील अहमद बबलू अताउर रजा तौसीफ रजा मोहम्मद अफजल कल्लू समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।