बहराइच l कैसरगंज विकास खण्ड कैसरगंज के ग्राम पंचायत चुल्म्भा में 25 वर्षों बाद भी पंचायत भवन का नही हो सका निर्माण। वहॉ के स्थानीय द्वारा बताया जा रहा है की 1995 से बना जर्जर पंचायत भवन अभी तक नही बन सका lग्राम पंचायत सचिव पंचायत सहायक व प्रधान के लिए बैठने व ग्रामीण को जो मूलभूत सुविधा मिलती है उसकी आवश्यक कार्य करने के लिए चुलम्भा विद्यालय में अस्थायी कार्यालय बनाया गया है । जिसकी वजह प्रथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले नौनिहालों की पढ़ाई भी प्रभावित होती होगी । खुशबू देवी पंचायत सहायक ने बताया की पंचायत भवन अभी तक ना बन पाने के कारण घर जाकर कार्य करना पड़ रहा है, और कई बार बीडीओ को प्रार्थना पत्र दिया गया अभी तक कोई सुनवाई नही हुआ और अस्थाई ऑफिस विद्यालय में ही बनाया गया है, और अपना हाजिरी (अटेंडेंस) घर पर ही लगाते है।
अस्थायी कार्यालय बना कर चल रहा कार्य
शासन की मंशा था कि पंचायत भवन के निर्माण से कार्य आसानी के साथ तथा पारदर्शी रूप से होंगे। पंचायत भवन निर्माण न होने से ग्रामीण सुविधाओं के लिए अभी भी ब्लॉक और तहसील मुख्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। सरकार की मंशा थी अब हर ग्राम पंचायतों में कंप्यूटरीकृत पंचायत कार्यालय होंगे, हर सरकारी योजना, सूचना व सरकारी समस्या का समाधान ग्राम पंचायत से ही उन्हें मुहैया हो। शासन का यह फरमान जिम्मेदारों की उदासीनता से हवा हवाई साबित हो रहा। पंचायत कार्यालय कागज में ही सिर्फ चल रहे हैं।
जबकि शासन के निर्देश पर हर ग्राम पंचायत में पंचायत सहायक की नियुक्ति पूर्व में हो चुकी है और शाशन की और से इन लोगो का हर महीने तनख्वाह 6 हजार रुपए दिया जा रहा । ग्राम पंचायत सचिव हनुमंत सिंह ने बताया है कि अभी बीस दिन पहले पंचायत भवन बनने के लिए प्रस्ताव जिला पर भेजा गया है, जैसे ही वहां से पास होता है वैसे निर्माण जल्द चालू होगा और जो पुरानी जर्जर भवन है उसकी नीलामी भी होगी ।