रूपईडीहा/बहराइच । रूपईडीहा थाने में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का सादगी के साथ आयोजन किया जाएगा । एकदिवसीय कार्यक्रम की तैयारियां चहुंओर शुरू हो गई हैं। रुपईडीहा थाना प्रभारी निरीक्षक शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि मंदिर की साज-सजावट की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस महकमे के लिए श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का विशेष महत्व है।
पुलिस विभाग में अन्य किसी त्योहार को लेकर उतना उत्साह नहीं होता जितना जन्माष्टमी पर होता है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि लोगो की मान्यता यह भी है द्वापर युग में भविष्यवाणी होने पर कंस डर गया था। इसलिए उसने अपनी बहन देवकी और बहनोई वासुदेव को कारागार में कैद कर दिया। देवकी और वासुदेव की सभी संतानों का वह वध करता रहा। जब श्रीकृष्ण का जन्म हुआ तो कारागार के सभी ताले खुल गए। संतरी, परहेदार गहरी नींद में सो गए। तब वासुदेव ने श्रीकृष्ण को वृंदावन में नंद बाबा और यशोदा को सौंप दिया।
उस युग में जिस तरह से जेल थी। उसी तरह से आज भी पुलिस पहरेदारी करती है। पुलिस के लोग भगवान श्रीकृष्ण से प्रार्थना करते हैं कि कभी कोई घटना न हो। इसलिए जेल से लेकर थानों तक में हर साल आयोजन किए जाते हैं। इसके लिए पुलिस कर्मचारी पहले से तैयारी में जुट जाते हैं।