पुलिस से मुठभेड़ में तीन बदमाश गिरफ्तार
मिहींपुरवा/बहराइच l मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र अंतर्गत मोतीपुर पुलिस और बदमाशों के बीच मंगलवार सुबह मुठभेड़ हो गया। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। घायल बदमाश का इलाज चल रहा है। बदमाशों के पकड़े जाने से लूटकांड का खुलासा भी पुलिस ने कर दिया है। बहराइच जिले के मोतीपुर थाना क्षेत्र के नैनिहा मंडी में 11 मार्च की रात को बाइक सवार तीन बदमाशों ने लूटकांड की वारदात को अंजाम दिया था। एक दुकान में चोरी का प्रयास कर खाली हाथ लौट रहे चोरों ने एक होटल व्यवसाई के यहां धावा बोला l जहां होटल मालिक के भतीजे द्वारा विरोध करने पर बाइक सवार बदमाश ने कट्टे से फायरिंग कर दिया था। जिसका इलाज चल रहा है। पुलिस अधीक्षक केशव चौधरी और एएसपी ग्रामीण ने मौके का मुआयना कर पुलिस को घटना के खुलासे का निर्देश दिया था।
मोतीपुर थानाध्यक्ष बृजानंद सिंह ने बताया कि पुलिस तीन बदमाशों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही थी। दो लोगों को घटना के दिन ही हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई। मंगलवार को बदमाशों के जालिम नगर चौकी होते हुए लखीमपुर की ओर जाने की सूचना मिली। खास मुखबिर की सूचना को संज्ञान लेते हुए जालिमनगर चौकी इंचार्ज अवधेश कुमार द्विवेदी को वायरलेस पर सूचना देकर नाकेबंदी की गई। पुलिस ने बाइक सवार बदमाशों को नैनिहा जंगल के आगे गुरुद्वारा के पास घेरा । इस पर बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस के जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश को गोली लगी। बदमाश के गिरते ही सभी ने सरेंडर कर दिया। पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया l उक्त मुठभेड़ के संबंध में पूछे जाने पर मोतीपुर थानाध्यक्ष ब्रिजानन्द सिंह ने बताया कि बदमाशों की पहचान खैरीघाट थाना क्षेत्र के अरनवा टिकुरी गांव निवासी इंदल चौहान पुत्र ठाकुर चौहान, सोमारी चौहान पुत्र भूखन चौहान और कुंवारे चौहान के रूप में हुई है।
सभी के पास से लूटकांड में प्रयुक्त बाइक, चार हजार से अधिक नकदी, कट्टा, कारतूस, बैंक पासबुक, नकब बरामद हुआ है। थानाध्यक्ष ने बताया कि घायल बदमाश कुंवारे चौहान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि अन्य दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
गिरफ्तार लुटेरों का लंबा है अपराधिक इतिहास , किसी पर 18 तो किसी पर दर्ज हैं 17 मुकदमें
थानाध्यक्ष बृजानंद सिंह ने बताया कि कुंवारे के विरुद्ध जिले के थानों में 18, सोमारी चौहान के विरुद्ध 17 और इंदल के विरुद्ध 14 मुकदमें दर्ज हैं। सभी मोतीपुर, हरदी और खैरीघाट थाने के मोस्ट वांटेड अपराधी हैं।