बहराइच। जनपद में गौ संरक्षण के उद्देश्य से संचालित गौ आश्रय स्थलों में संरक्षित गौवंशो को मूलभूत सुविधाएं व अन्य आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराये जाने के उद्देश्य से उप जिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, पशु चिकित्सक, गौशाला से सम्बन्धित ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव तथा अन्य सम्बन्धित के साथ ओयाजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी द्वारा निर्देश दिये गये कि गौशालाओ में संरक्षित गौवंशो के चारा, भूसा, हरा चारा, छाया सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराया जाये।
डीएम मोनिका रानी ने कहा कि पशु चिकित्सकाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी गौशाला के निरीक्षण में जाए तो सभी आवश्यक पंजीकाओं को अनिवार्य रूप से अवलोकित करे। बृहद गो-संरक्षण केन्द्र अचौलिया एवं गोहनिया में प्री फेब्रिकेटेट बाउण्ड्री वाल बनाकर अतिशीघ्र संचालित करने के निर्देश बीडीओ फखरपुर को दिये।
एसएफसी पुलिंग की धनराशि जिन ग्राम पंचायतों से की जानी है उनमें ग्राम सभा का प्रस्ताव करा लिया जाये। डीएम ने निर्देश दिया कि विशेष अभियान चलाकर गाय व बछियां को मा. मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के अन्तर्गत पशुपालको को दिया जाय।
बता दें यदि कोई पशु पालक तीन से चार गौवंश सहभागिता में लेता है तो 900 रूपये प्रति पशु प्रति माह दिया जायेगा। यदि उसके पास एक-दो पशु पहले से है तो कुल 05 या उससे ज्यादा पशु होने पर मनरेगा से कैटिल शेड भी दिया जायेगा तथा माह जून 2023 से सहभागिता की धनराशि पशु पालकों के खाते में सीधे डीबीटी के माध्यम से भेजी जायेगी। डीएम ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि अन्य जनपदों के निराश्रित गौवंश को अपने जनपद में प्रवेश न करने दिया जाये।
डीएम ने कहा कि सभी पशुपालक अपने पशुओं के कान में टैग अवश्य लगवाये। इस कार्य में सहयोग न करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई भी की जायेगी। गौ आश्रय स्थल को आत्मनिर्भर बनाने हेतु गोबर से वर्मी कम्पोस्ट, अगरबत्ती, गो कास्ट, गो पेंट इत्यादि बनाया जाय। इस हेतु उप निदेशक कृषि से वार्ता कर सभी सम्बन्धित संस्थाओं से एमओयू करवा लिया जाय। डीएम द्वारा चिन्हित चारागाह की भूमि को कब्जामुक्त कराते हुए उसपर हरा चारा बोआई करने के भी निर्देश दिये गये। इस अवसर पर सीडीओ कविता मीना, एडीएम मनोज कुमार सागर, डीडी एग्री टी.पी. शाही, सीवीओ डॉ राजेन्द्र प्रसाद सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।