बहराइच : पीड़ित ने दी छः अप्रैल को विधान सभा के सामने आत्मदाह की चेतावनी

भास्कर ब्यूरो
जरवल/बहराइच। जहाँ एक ओर उत्तर प्रदेश के माफिया और गुण्डे अपनी जान बचाने के लिए प्रदेश के मुखिया योगी जी के खौफ से आत्म समर्पण कर रहे हैं। वही दूसरी ओर जरवल रोड़ थाना अंतर्गत नगर पंचायत जरवल की चेयरमैन तस्लीम बानो का पति इंतजार अहमद उर्फ मिथुन जिसके ऊपर दर्जनों से ऊपर गम्भीर मुकदमे भी है l जरवल पुलिस चौकी पर शातिर किस्म के हिस्ट्री सीट मे नाम का बोर्ड भी लगा है।

योगी जी ! मेरी जान को खतरा मेरी हत्या करवाने का बुना जा रहा ताना-बाना

बावजूद इसके उस पर पुलिस व जिला प्रशासन का मेहरबान होना लोगो को यह बात पच नही रही। ये आरोप जरवल निवासी अरसद आलम अंसारी का आरोप है। बताते चले दिनांक 28 मार्च 2022 को जरवल के चौक मोहल्ला का रहने वाला अरसद आलम अंसारी पुत्र स्व.मो.वसी अंसारी ने आजिज आकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ समेत जिले के अधिकारियों को एक शिकायती पत्र लिखा है जिसमे उसने चेयरमैन के शातिर अपराधी पति इंतजार अहमद उर्फ मिथुन से जान बचाने की गुहार लगाई है साथ ही शिकायती पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री समेत जिले के अधिकारियों को यह भी अल्टीमेटम दिया है।

आखिर क्या वजह है कि मास्टर माइंड अपराधी पर पुलिस मेहरबान ?

यदि चार अप्रैल 2022 तक मिथुन के खिलाफ दंडनात्मक कार्यवाही न कि गई तो वह विधान सभा के सामने अपनी जीवन लीला समाप्त कर आत्मदाह कर लेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी पीड़ित अरसद आलम ने शिकायती पत्र मे यह भी लिखा है कि मुझे चेयरमैन तस्लीम बानो का पति कई बार मुझे जान से मारने की कोशिश की लेकिन मैं बच गया इसकी शिकायत करने पर भी विभागीय कार्यवाही नही हुई जिससे मुझे ये कदम उठाना पड़ा है।

अभी हाल ही मे जेल से छूट कर आया है अपराध जगत का मास्टर माइड अपराधी मिथु

जरवल/बहराइच। अभी हाल ही मे जरवल की चेयरमैन तस्लीम बानो का अपराध जगत का मास्टर माइंड पति इंतजार अहमद उर्फ मिथुन को जेल से छूटे चंद रोज ही बीते होंगे कि ये नई मुसीबत भी सामने आ खड़ी हुई पता चला है कि मिथुन के ऊपर तमाम संगीन मुकदमो की लम्बी फाइल है जिसमे अपनी दबंगई व पैसे के बल पर फाइनल व सुलह भी लोगो से लगवा रहा है। जिससे इलाकाई लोग काफी खौफजदा भी है।पता तो यह भी चला है कि लोग मिथुन के खौफ के आगे कार्यालय को भी जाने से डरते हैं।कब किस्से वह हाथापाई कर ले कोई ठिकाना भी नही।तमाम घटनायें घटित भी हो चुकी भी है।जिसे इलाकाई पुलिस भी सब कुछ जानते हुए भी मौन है।

जरवल बहराइच। अरसद जिसने आत्मदाह की नोटिस दी है वह इसका आदी हो गया है। यदि उसे कही से न्याय नही मिल रहा है तो वह माननीय उच्च न्यायालय की शरण मे जा सकता है। ये सब करने की क्या जरूरत।

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