बहराइच l बिछिया जिले में भारत नेपाल सीमा पर स्थित चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज में नेपाल की नदियों से आ रहे पानी का जलस्तर बढ़ने लगा। जिसको लेकर बैराज प्रशासन एक्टिव मोड पर आ गया। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर बैराज प्रभारी विनय कुमार द्विवेदी द्वारा बैराज के सभी 35 गेटों को खोलकर फ्री कर दिया गया। बतादें कि घाघरा में इस समय 2 लाख 45 हजार 477 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है। वहीं गेज 136.10 दर्ज किया गया है। जो कि खतरे के निशान से अभी 70 सेंटीमीटर नीचे बह रही है।
2 लाख 45 हजार क्यूसेक डिस्चार्ज हो रहा पानी, खोले गए बैराज के सभी गेट
वहीं शारदा और सरयू नहर को बंद कर दिया गया है। बैराज प्रभारी ने बताया कि 2 लाख क्यूसेक से ऊपर जलस्तर बढ़ने पर गेटों को फ्री कर दिया जाता है। वहीं दूसरी ओर अब घाघरा विक्राल रूप ले रही है। घाघरा से सटे गांवों में बाढ़ आने की संभावना बढ़ चुकी है। सुजौली के जंगल गुलरिया व चहलवा के मौरहवा समेत आधा दर्जन गांवों में घाघरा का पानी घुसने लगा है। बैराज प्रशासन को खबर मिली है कि नेपाल के चीसापानी नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है जिससे आने वाले समय में घाघरा और भी विक्राल रूप ले सकती है।
खतरे के निशान से 70 सेंटीमीटर नीचे बह रही घाघरा
बैराज के कंट्रोल रूम में तैनात ऑपरेटर संत बहादुर द्वारा पल पल की रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। गेट संचालन के लिए बैराज पर मौजूद अवर अभियंता यांत्रिक मनोज वर्मा ने बताया कि गेटों का संचालन सुचारू रूप से हो रहा है। इस इस कार्य में रामप्रकाश व साहबलाल साहनी, विक्रम लगे हुए हैं।