बहराइच: तुम्हारे घर में दरवाजा है तुम्हे खतरे का अंदाजा नहीं

बहराइच l तुम्हारे घर में दरवाजा है, तुम्हें खतरे का अंदाजा नहीं हमारे घर में दरवाजा नहीं लेकिन हमें खतरे का अंदाजा है। यह लाइने आज बहराइच के महसी इलाके की असलियत को बयां कर रही है l सही सुना आपने उत्तर प्रदेश का वही महसी इलाका जो भेड़ियों के आतंक को लेकर इन दिनों चर्चा में है। आदमखोर खूंखार भेड़ियों द्वारा महसी के 90 गांव में जमकर तांडव मचाया गया और अभी भी इनका तांडव जारी है l लगातार उन गांव में इनका मूवमेंट देखा जा रहा है जिन गांवों में यह पूर्व में घटनाएं कर चुके हैं। आदमखोर भेड़ियों द्वारा 9 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया,

जिसमें 8 मासूम बच्चे शामिल थे और एक बुजुर्ग महिला यही नहीं भेड़ियों द्वारा तकरीबन 50 से अधिक लोगों को घायल किया गया l इसके बाद इन्हें पकड़े जाने के प्रयास तेज किए गए l प्रशासन द्वारा दावा किया जा रहा है कि 6 में से 4 भेड़ियों को पकड़ लिया गया है l शेष बचे दो भेड़ियों को पकड़े जाने का प्रयास किया जा रहा है l उन्हें भी जल्द पकड़ लिया जाएगा l साथ ही उनके द्वारा यह भी कहा जा रहा है कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए गए है। लगातार सुरक्षा बल गश्त करके निगरानी कर रहे हैं l साथ ही साथ उन घरों में दरवाजा लगाया जा रहा है जिन घरों में दरवाजा नहीं है। साथ ही साथ गांव में लाइट की व्यवस्था की जा रही है, ताकि भेड़िए की हर एक मोमेंट पर निगरानी रखी जा सके  l

लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। लेकिन प्रशासन के दावे जमीन पर खोखले साबित हो रहे हैं l हमारे संवाददाता महसी टेपरा के उन गांव में पहुंचे हैं जहां भेड़ियों ने घटनाओं को अंजाम दिया और बच्चो को मौत के घाट उतारा साथ ही साथ कई लोगो को घायल किया l इस गांव में ना ही तो लाइट की व्यवस्था की गई है, ना ही घरों में दरवाजे लगाए गए हैं l लोग चारपाई वह डंडे के सहारे प्रवेश द्वार को ढकने का कार्य कर रहे हैं l ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में सुरक्षा कर्मी नहीं आते हैं l

सड़कों से होकर वह वापस गुजर जाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार भेड़िए गांव में आ रहे हैं बावजूद उन्हें नहीं पकड़ा जा रहा है l साथ ही साथ ग्रामीण दो नहीं बल्कि 40 से 50 और भेड़िए होने का दावा कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि दो नहीं बल्कि 40 से 50 और भेजिए है जिन्हें पकड़ा जाना बेहद जरूरी है l भेड़िया के आतंक से तकरीबन 90 गांव दहशत के साए में जीने पर मजबूर हैं l आज भी लोग रात भर जागकर खुद वो अपने परिवार की हिफाजत कर रहे हैं l इन ग्रामीणों को आदमखोर भेड़ियों से कब निजात मिलेगा यह तो आने वाला वक्त तय करेगा।

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