बहराइच। बीती रात को जरवल रोड थाने के एस ओ विनोद कुमार राय को कप्तान के एक्शन प्लान पर लाइन हाजिर हो जाना पड़ा। पंद्रह दिन भी नहीं बीते होंगे कि कप्तान ने जरवल चौकी के इंचार्ज दीवान असलम खान को लाइन हाजिर किया था। इन दोनो दरोगाओ को आखिर क्यों लाइन हाजिर किया गया ? एक यक्ष प्रश्न से कम तो नहीं है पर गेहूं के साथ धुन के पिसने की कहावत यहां जरूर चरितार्थ हो गई।दैनिक भास्कर ने कप्तान की इस कार्यवाही की पड़ताल की तो काफी चौंकाने वाले तथ्य सामने आए जिसको संज्ञान मे न लेना जरवल रोड के एस ओ विनोद कुमार राय को महगा पड गया।
सूत्रों की माने तो हाल ही मे जरवल हाईवे की चंद कदम की दूरी पर हरचंदा जाने वाले मार्ग पर जमीनी विवाद मे एक व्यक्ति के दुकान को इस कदर जमीदोज़ किया गया कि उस जगह का नामोनिशान ही मिट गया यही नहीं उस विवादित भूमि पर रातों रात मिट्टी भी पाट कर उसे समतल कर दिया गया। अब सवाल ये उठता है क्या उक्त प्रकरण की जानकारी पुलिस को नहीं थी ? उसी विवादित भूमि मे शांति भंग होने की आशंका पर सप्ताह भर पहले जब पुलिस वहा पहुंची उसे भी शर्मसार होकर बैरंग की तरह वापस होना पड़ा था।हालाकि पुलिस ने उक्त विवादित भूमि मे छः लोगो को पुलिस ने पाबंद भी किया।लेकिन मामला दब नही सका।
सूत्रो के मुताबिक पुलिस के लिए दूसरा सवाल। महीनो से सुलग रही विवादित भूमि के प्रकरण मे पुलिस ने स्थाई समाधान क्यों नही किया ? उससे बड़ा सवाल ये है कि जब विवादित भूमि पर बनी दुकानों को भूमिगत किया गया।मिट्टी वहा कैसे पहुंची कौन जे सी बी आई ट्रैक्टर ट्राली किसकी थी उन लोगो पर पुलिस ने कोई कार्यवाही भी की ? या उनको सीज किया गया।जिसमे पुलिस कार्यवाही मे तमाम सुराख दिखाई दे रहे है। शायद कप्तान को लाइन आर्डर मे मिली खामियों के कारण उन्हे एक्शन कार्यवाही मे दोनो दरोगाओं को लाइन हाजिर करना पड़ा। तो दूसरी तरफ जरवल चौकी के साथ जरवल रोड थाने के चार्ज के लिए जुगाड मे तमाम थानेदार लाइन में जरूर है पर जिले की ईमानदार कप्तान दरोगाओं की कुण्डली खांघाल कर ही चार्ज देंगी जिसका विभाग मे गुपचुप तरीके से चर्चा भी है।