देवरिया. बलिया जिले के एक हिस्ट्रीशीटर का अपहरण कर मईल थाना क्षेत्र के भागलपुर स्थित खेत में गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी गई। रविवार की सुबह शव देखकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। मृतक की जेब से मिले वोटर आईडी कार्ड से शव की शिनाख्त उदय नारायन के रूप में हुई। एसपी मौके पर पहुंच परिजनों से घटना के बारे में पूछताछ की। उन्होंने टीम को 24 घंटे में हत्या आरोपितों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। बलिया जिले के सिकन्दरपुर थाना क्षेत्र के हरनाटार दयालपुर गांव निवासी उदयनारायन (65) क्षेत्र का शातिर अपराधी था। उसके विरुद्ध सिकन्दरपुर थाने में दो दर्जन मुकदमें दर्ज हैं।
वह थाने का हिस्ट्रीशीटर था। शनिवार की सुबह वह घर से निकला था। दोपहर में पत्नी ने फोन किया तो किसी और ने उनका फोन उठाया। बात कराने की बात पर वह इधर-उधर की बात कर फोन काट दिया। कई बार फोन करने के बाद भी बात नहीं हो सकी। इसी दिन शाम सात बजे उदयनारायण का मोबाइल बंद हो गया। परिवार के लोग देर शाम तक इंतजार किया लेकिन वह रात में घर नहीं पहुंचे। परिजनों ने रिश्तेदारी और दोस्तों के साथ फोन कर उदय उदयनारायण के बारे में जानकारी ली। इधर रविवार की सुबह मईल थाना क्षेत्र के भागलपुर-जीरासो गांव के बीच मंगरु वीर बाबा स्थान के समीप गेहूं के खेत में लोगों ने उदयनारायन का शव देखा।
उसकी गला रेत कर निर्मम तरीक से हत्या की गई थी। घटना स्थल पर चारो तरफ खून पसरा था। देखते ही देखते वहां आस-पास के गांवों के लोगों की भारी भीड़ जुट गई। थानाध्यक्ष शुभनारायण दूबे ने शव को पोस्टमार्टम के लिए कब्जे में ले लिया। मृतक के जेब से मिले मतदाता पहचान पत्र के आधार पर उसकी शिनाख्त हुई। पुलिस ने मृतक के परिजनों को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही पत्नी पुष्पा, पिता हरिचरण मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सिकंदरपुर थाना में उदयनारायण पर करीब 23 मामले में दर्ज उदयनारायण का क्षेत्र में काफी दबदबा था। उसके विरुद्ध अकेले सिकन्दरपुर में 23 मुकदमे दर्ज हैं।
इसमें हत्या, डकैती, लूट, चोरी, मारपीट समेत अन्य मुकदमे हैं। इसके साथ ही दूसरे थानों में भी उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज है। वह क्षेत्र का शातिर अपराधी था। सिकन्दरपुर थाने का वह हिस्ट्रीशीटर अपराधी था। वह मुकदमोंं में बेल पर बाहर आया था। उसने कई लोगों को अपना दुश्मन बना लिया था। साल 2005 में हुए प्रधानी चुनाव में अपने बेटे राणा प्रताप को प्रधान बनवाया था। इसके साथ ही 2000 में अपनी पत्नी को बीडीसी जिताकर ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ाया था। इसमें उसे हार का मुंह देखना पड़ा था।
पुलिस अधीक्षक एन कोलांची ने बताया कि वृद्ध (उदय नारायण) की गला रेत कर हत्या की गई थी।परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर घटना का खुलासा करने के लिए टीम को लगाया गया है।