बैरिया/ बलिया सरयू के उफान के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 31 जो गाजीपुर को बिहार में हाजीपुर से जोड़ता है, यह मार्ग करीब सौ मीटर तक ध्वस्त हो गया।बैरिया मांझी राष्ट्रीय मार्ग 31 चांद दीयर पुलिस चौकी से 100 मीटर आगे यादव नगर गांव के सामने बुधवार की रात्रि करीब 1 बजे के लगभग उत्तर प्रदेश व बिहार का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया। घटना की सूचना पर देर रात जनपद के शीर्ष अधिकारी मौके पर पहुंचे। वही सूचना पर एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई। जिसके द्वारा नदी के पानी में फंसे लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है।
सड़क कट जाने से दोनों तरफ गाड़ियों का लंबा काफिला लग गया है। अचानक सड़क क्षतिग्रस्त होने से जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन सकते में आ गया। सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त होने से हजारों की आबादी को बाढ़ ने रातोरात अपने घेरे में ले लिया और आशियाने की छत तक घिरे पानी मे किसी तरह जान बचा कर ग्रामीण अपने- अपने छत या छप्पर पर शरण लिये हुए है । मौके पर पहुंची एनडीआरएफ ने बाढ़ में घिरे लोगों को सुरक्षित लिकालने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। अचानक सड़क के दो भाग में बंट जाने से इस मार्ग पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। समाचार भेजे जाने तक कटान स्थल पर भारी सुरक्षा व्यवस्था लगा दी गयी है। एनएच कटने की सूचना पर क्षेत्रीय लोगो की भारी भीड़ एनएच पर बढ़ गयी है।
वही सूचना मिलते ही जिलाधिकारी , पुलिसअधीक्षक, सिचाई विभाग , बाढ़ खण्ड , एन एच – 31 के उच्चाधिकारियों सहित , स्थानीय विधायक जयप्रकाश अंचल , सांसद प्रतिनिधि रामेश्वर पाण्डेय तथा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता व समाजसेवी आदि का निरंतर ताता लगा हुआ है । जिलाधिकारी के निर्देश पर सड़क के कटे भूभाग में एन एच व अन्य विभाग के सहयोग से पत्थरों को डालने का कार्य प्रारम्भ हो चुका है ।
बैरिया । उ0प्र0 सदन के पूर्व नेताप्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने चांददियर (मांझी) में बाढ़ की विभीषिका में एन एच – 31 बांध टूटने और उ0प्र0 और बिहार के यातयात संपर्क पूरी तरह से अवरुद्ध होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मैंने बहुत पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री और बाढ़ खण्ड व सिंचाई विभाग के उच्चाधिकारियों को जनपद के भौगोलिक स्थिति और प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्रों के संदर्भ में अवगत कराया था, परन्तु समय रहते शासन- प्रशासन के द्वारा कोई उपाय नही किया गया ।
इनसेट- प्रशासन द्वारा फिलहाल पैदल यात्रियों को नाव के माध्यम से सड़क के कटे क्षेत्र से इस पार से उस पार की यात्रा कराई जा रही है। जिससे बलिया छपरा आने जाने वाले यात्री दूसरी तरफ नाव से पहुंचकर आगे की यात्रा कर सकें।