
बलरामपुर: तराई क्षेत्र की कौवापुर व महराजगंज तराई सहकारी समितियों पर यूरिया खाद की किल्लत ने किसानों को एक बार फिर से परेशान कर दिया है। समितियों पर यूरिया उपलब्ध होने के बावजूद किसानों को उसका वितरण नहीं किया जा रहा है।
बुधवार को नाराज किसानों ने सहकारी समिति कौवापुर में प्रदर्शन किया। किसान जगदेव, जगदीश, झब्बू, शंकर प्रकाश, अशोक सिंह, चादबाबू, ननका, रफातुल्ला आदि ने प्रदर्शन कर बताया कि वे सुबह 6 बजे से यूरिया खाद के लिए सहकारी समिति में लाइन लगाकर बैठे हैं, लेकिन अधिकारियों की मनमानी के चलते यूरिया खाद का वितरण नहीं हो रहा है।
जबकि विभागीय अधिकारी यह दावा कर रहे हैं कि सहकारी समिति पर यूरिया खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। मांग के अनुसार बाजार में आपूर्ति न होने से किसानों को खाद की किल्लत झेलनी पड़ रही है। गन्ने और धान की फसलों में यूरिया की खपत अधिक होती है। पौधों की हरियाली और अधिक उपज के लिए रासायनिक यूरिया की आवश्यकता होती है। यूरिया न डालने से पैदावार घटने की आशंका बनी रहती है।
धान की रोपाई के बाद पहले ही खाद की किल्लत से जूझ चुके किसान अब भी यूरिया संकट से परेशान हैं। किसानों को खाद के लिए एक समिति से दूसरी समिति का चक्कर लगाना पड़ रहा है। तराई क्षेत्र की निजी दुकानों पर भी यूरिया खाद उपलब्ध न होने से किसानों की समस्या और बढ़ गई है।
किसानों ने जिला प्रशासन और कृषि विभाग के अधिकारियों से यूरिया खाद का तत्काल वितरण कराने की मांग की है।
इस संबंध में सहायक निबंधक सहकारिता अमरेश मणि त्रिपाठी ने बताया कि सहकारी समिति कौवापुर में सचिव रहे श्री प्रकाश सिंह को हटा दिया गया है। उनकी जगह नए सचिव अभिषेक सिंह को खाद वितरण हेतु नियुक्त किया गया है। समिति पर वर्तमान में 800 बोरी यूरिया खाद उपलब्ध है।
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