दैनिक भास्कर न्यूज
बांदा। धान क्रय समीक्षा बैठक में बताया गया कि अब तक जनपद में क्रय लक्ष्य के सापेक्ष 78 फीसद धान की खरीद हुई है और पीसीएफ ने क्रय किये गये धान के सापेक्ष मात्र 57.97 फीसद का भुगतान कृषकों को किया है। इस पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला प्रबंधक पीसीएफ, सहायक आयुक्त एवं जिला सहायक निबंधक सहकारिता को निर्देशित किया कि अविलम्ब मुख्यालय से धनराशि मंगाकर कृषकों का भुगतान सुनिश्चित करायें। जिलाधिकारी ने जिला खाद्य विपणन अधिकारी को निर्देशित किया कि उन राइस मिलों की सूची उपलब्ध कराएं।
किसानों का भुगतान जल्द कराने के दिये निर्देश
जो अपने पूर्ण क्षमता से धान हलिंग का कार्य नहीं कर रहे हैं अथवा जो पूरी क्षमता से क्रय केन्द्रों से धान प्राप्त नहीं कर रहे। जिसकी वजह से जनपद में धान क्रय केंद्रों पर धान डम्प हो गया है। यह भी निर्देशित किया कि विगत 15 दिनों में राइस मिलर्स ने अपनी क्षमता के सापेक्ष कितनी मात्रा में चावल की डिलीवरी भारतीय खाद्य निगम को दी, इसकी जांच की जाए और अपनी क्षमता से कम चावल की डिलीवरी करने वाले राइस मिलर्स को चिन्हित कर उनकी पूर्ण क्षमता के अनुरूप चावल की डिलीवरी सुनिश्चित करायी जाये।
एसडीएम से सत्यापन बिना नहीं क्रय होगा धान
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वर्तमान में अधिकांश कृषक धान विक्रय कर चुके हैं। इसलिये अब जो कृषक क्रय केंद्रों पर धान विक्रय को आ रहे है, उनका सत्यापन सम्बधिंत एसडीएम से कराने के बाद ही धान खरीदा जाये। बैठक में एडीएम एवं जिला खरीद अधिकारी उमाकांत त्रिपाठी, जिला खाद्य विपणन अधिकारी सीपी पाण्डेय व एआर कोऑपरेटिव राजेश आदि उपस्थित रहे।