दैनिक भास्कर न्यूज
बांदा । देश और प्रदेश की सरकारें अधिवक्ताओं की सुरक्षा के प्रति उदासीन हैं। सरकारें किसान और मजदूरों के लिये के लिए योजनाएं चला रही हैं, लेकिन न्याय वाहक के काम में लगे इंसाफ के मंदिर के पुजारी के लिए सरकारों के पास कुछ नहीं है। अधिवक्ता यदि न्याय दिला सकता है, तो लड़कर अधिकार ले भी सकता है। एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट अधिवक्ता हर हाल में लेकर रहेंगे। यह बात तहसील में चल रहे अधिवक्ताओं के प्रादेशिक सम्मेलन के समापन दिवस पर अधिवक्ताओं ने संकल्प पत्र पास करते हुए कहीं। तहसील मंडी परिसर में चल रहे अधिवक्ताओं की दो दिवसीय प्रादेशिक सम्मेलन के समापन दिवस पर भाजपा जिला संयोजक संजय सिंह ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अधिवक्ता न्याय का सजग प्रहरी है।
हर हाल में अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू कराने को लेकर वकीलों ने भरी हुंकार
वह समाज में न्याय दिलाने का कार्य करता है। उन्होंने अधिवक्ताओं की मांगों को जायज ठहराया। हमीरपुर अधिवक्ता संघ के महामंत्री देवी प्रसाद शुक्ला ने कहा कि सरकारी अधिवक्ताओं के प्रति सरकार का रवैया उदासीन है। जिस तरह से अधिवक्ताओं पर अपराध बढ़े हैं, सड़कों पर हमले हो रहे हैं उसे देखते हुए अब अधिवक्ताओं को एकजुट होकर अपने हक की लड़ाई लड़नी होगी। बबेरू अध्यक्ष छुटकूराम ने कहा कि अधिवक्ता एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट हर हाल में लागू कराकर रहेंगे। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अमर सिंह राठौर ने कहा कि अधिवक्ता समाज को न्याय दिला सकता है तो वह न्याय और अपना अधिकार लेना भी जानता है। अब अधिवक्ता शांत नहीं बैठेगा।
महासचिव मनोज द्विवेदी ने अधिवक्ताओं पर हो रहे हमलों पर चिंता व्यक्त की। अधिवक्ता नंदकिशोर कुशवाहा, श्यामबाबू गुप्ता, अरविंद पांडेय, विनय मिश्रा, मनोज श्रीवास्तव, चंद्रभान त्रिपाठी, शिवमूर्ति मिश्रा आदि ने भी अधिवक्ताओं से एकजुट होकर लड़ाई लड़ने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन सूरज बाजपेई ने किया। इस दौरान अधिवक्ता राममिलन कुशवाहा, शिवभवन कुशवाहा, संजय श्रीवास्तव, विश्वनाथ अवस्थी, राघवेंद्र गुप्ता, रवि सिंह, दिनेश बाजपेई, अवधेश तिवारी समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।