एनएसएस शिविर में स्वाति को महानायिका और अनुष्का को नायिका चुना गया
बांदा। भागवत प्रसाद मेमोरियल अकादमी में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर नारी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर के तीसरे दिन स्वाति यादव को महानायिका और अनुष्का द्विवेदी को नायिका चुना गया। जनशिक्षण संस्थान के कार्यक्रम का आयोजन आर्यकन्या इंटर कॉलेज में हुआ।
महिला दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे एवं संस्था के संस्थापक स्व.भागवत प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। कार्यक्रम में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए दस महिलाओं को नारी रत्न से विभूषित कर सम्मानित किया गया। छाया सिंह ने अपनी कविता के माध्यम से नारी के उत्थान की कथा वर्णित कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। आयुषी त्रिपाठी ने वीर रस से ओत-प्रोत कविता कहकर सभी में उत्साह एवं जोश भर दिया। मनोरमा अग्रवाल, निशा गुप्ता, एनी फातिमा, सदफ जमाल, किरण सेठी आदि नारी शक्तियों ने अपने-अपने विचार प्रकट किए। थाना प्रभारी शालिनी सिंह भदौरिया ने महिलाओं के अधिकारों के विषय में जागरूक किया एवं नारी सशक्तिकरण को एक नई दिशा दी। भागवत प्रसाद मेमोरियल अकादमी के चेयरमैन शिवचरण कुशवाहा ने कार्यक्रम की बढ़चढ़ कर प्रशंसा की एवं नारी को समाज का महत्वपूर्ण अंग मानते हुए उनका सम्मान करने कि प्रेरणा दी। नोमिनेटेड चेयरमैन अंकित कुशवाहा ने नारियों की उत्थान के लिये चल रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। विद्यालय की महिलाओं के स्वस्थ वातावरण पर प्रकाश डाला। संस्था की निर्देशिका संध्या कुशवाहा ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी। तथागत ज्ञानस्थली सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रधानाचार्या केके अम्मा ने बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया। मेंबर ऑफ एडवाइजरी रामलखन कुशवाहा ने कहा कि महिला दिवस के माध्यम से में यह कहना चाहता हूं कि महिलाएं सभी क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा के द्वारा उच्च स्थान प्राप्त कर रही है। विद्यालय की प्रधानाचार्य ने स्वरचित पंक्तियों के माध्यम से महिलाओं के जीवन की कृति प्रस्तुत की तथा आए हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।उधर, अंतमर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर छात्राओं ने दलित बस्ती, दरी, बारी मोहाल एवं अहीर मोहल्ले में जाकर महिला सशक्तिकरण के विभिन्न आयामों की जानकारी दी।
टोली नायक अनुष्का द्विवेदी, मेघा सविता, प्रतीक्षा, स्वाति यादव, सबीना बानो, अनुराधा, आरजू, उषा ने अपनी-अपनी टीम के साथ चयनित बस्तियों में जाकर महिलाओं से बातचीत कर उनकी समस्याओं के आधार पर समाधान के लिये सुझाव दिये, जिससे उनके जीवन को सशक्त किया जा सके। छात्राओं ने अपने सर्वे में इन मुहल्लों में गंदगी एवं सफाई की कमी दिखी तथा महिलाओं के प्रति हिंसा एवं लैंगिक असमानता से संबंधित मामले भी मिले। राष्ट्रीय सेवा योजना के तीसरे दिन दूसरे सत्र में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका मुख्य विषय महिला सशक्तिकरण और मुख्य वक्ता डॉ.जितेंद्र शर्मा रहे। मुख्य वक्ता डॉ.शर्मा ने बताया महिलाओं को सशक्त करने के लिए उनका आर्थिक सशक्तिकरण आवश्यक है, जिसके लिए उन्होंने महिलाओं के स्किल डेवलपमेंट पर बल दिया। प्राचार्य डॉ.दीपाली गुप्ता ने अपने संबोधन में महिला सशक्तिकरण के लिए महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों के सहयोग को भी जरूरी बताया।
राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाइयों की कार्यक्रम अधिकारी डॉ.सबीहा रहमानी, डॉ.ज्योति मिश्रा एवं डॉ.अंकिता तिवारी ने छात्राओं को महिला सशक्तिकरण के विषय में जानकारी प्रदान की। इसके अलावा आज की संगोष्ठी में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा छात्राओं को उनके विधिक अधिकारों की जानकारी द्वारा दी गई। संगोष्ठी में चिराग फाउंडेशन की ओर से संघर्षशील महिलाओं रेशमा खातून, राधा, आरती, शालू, रिशु, सीता, समा, रोशनी, रुखसाना को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में चिराग फाउंडेशन की तरफ से अकील खान एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के सह-प्रभारी डॉ.वीरेंद्र प्रताप चौरसिया एवं नीतू सिंह आदि उपस्थित रहे। जन शिक्षण संस्थान ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन आर्यकन्या इंटर कॉलेज में किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि आशा सिंह आदि ने दीप प्रज्जवलित कर की। कार्यक्रम में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने पर जोर दिया गया।