दैनिक भास्कर न्यूज
बांदा। नवंबर से शुरू हुई हल्की ठंडक अब अपने सबाब पर आने लगी है। मंगलवार को सीजन के पहले कोहरे ने जहां पारा गिरा दिया, वहीं ट्रेन समेत सभी वाहनों की स्पीड़ थम सी गई। देर रात से शुरू हुआ कोहरे का सिलसिला दोपहर तक जारी रहा। वहीं सर्दी के सितम के बीच गरीब, असहायों की हालत बदतर होती जा रही है। खुले आसमान के नीचे लोगों को टायर आदि जलाकर ठंड से बचने का प्रयास करना पड़ रहा है। जबकि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देश हैं कि ऐसे लोगों को ठंड से बचाने के लिए रैन बसेरे और अलाव संचालित किए जाएं। वहीं प्रशासन ने अभी तक गरीबों तक कंबल पहुंचाने की जरूरत भी नहीं समझी।
प्रशासन ने अभी तक नहीं ली सुध, रैन बसेरों में ताले और अलाव भी ठंडे पड़े
बुंदेलखंड के इलाके में गर्मी और सर्दी दोनों ही रिकार्डतोड़ पड़ती है। मंगलवार की सुबह जब लोगों की नींद खुली तो सूरज की गुनगुनी धूप के बजाय कोहरे की चादर ओढ़े सर्दीले मौसम से हुई। तकरीबन 11.30 बजे से सूर्यनारायण ने कोहरे की चादर उठाकर झांकने की कोशिश की। दिन 12 बजे तक कोहरे की धुंध छंट गई और सूरज की किरणों ने अपनी गुनगुनाहट फैलाना शुरू कर दी, जिससे लोगों को सर्दी से राहत महसूस हुई। इस दौरान सुबह के वक्त कोहरे की धुंध छाये रहने से सड़कों पर वाहन फर्राटे भरने के बजाय हेडलाइट जलाकर रेंगते नजर आये। उधर, कोहरे ने ट्रेनों की स्पीड पर भी ब्रेक लगा दी है।
खुले आसमान के नीचे टायर जलाकर ठंड से बचने का प्रयास करते रहे गरीब
कोहरे के कारण इंजन चालकों को सिग्नल देखने में दिक्कत हो रही है, जिसकी वजह से यहां से गुजरने वाली ट्रेनें देरी से चल रही हैं। शहर में यतीम और जरूरतमंद सर्दी की रात में अपने प्राणों की रक्षा कर सकें, इसके लिये रैन बसेरा का निर्माण कराया गया था, जानलेवा सर्दी पड़ने के बावजूद अभी यहां ताला जड़ा है, जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिये हैं कि गरीबों को सर्दी से बचाने के लिये प्रशासन की ओर से व्यापक इंतजाम किये जायें। इसके बाद भी प्रशासन मौन है। इतना ही नहीं सिर पर छत का साया न होने के कारण जो गरीब रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस स्टैंड के बाहर सड़कों के किनारे रात गुजारने को मजबूर हैं, उनके लिये इस सर्दी से बचाव के लिये अभी तक नगर पालिका परिषद की ओर से न तो अलाव जलवाये जाने का प्रबंध किया गया है और न ही उन्हें कंबल या गर्म कपड़े मुहैया करवाये गये हैं।
लकड़ी के अभाव में जला रहे पुराने टायर
रेलवे स्टेशन, रोडवेज, महेश्वरी देवी चौक, बाबूलाल चौराहा, अशोक लाट, संकट मोचन मंदिर शहर के ऐसे स्थान हैं, जहां गरीब और जरूरतमंद किसी तरह से अपना जीवनयापन कर रहे हैं और रात में रोड किनारे ही खुले आसमान तले सो जाते हैं। नगर पालिका परिषद की ओर से हर साल इन स्थानों पर अलाव जलवाने का प्रबंध किया जाता है। प्रशासन की ओर से इन गरीबों को सर्दी से बचाव के लिये कंबल भी बंटवाये जाते हैं। मजबूरीवश गरीब यहां अपने संसाधनों से आग जलाकर तापने को मजबूर हैं। लकड़ियों का इंतजाम न होने से अक्सर यहां पॉलीथीन और पुराने टायर जलाये जाते हैं, जिससे प्रदूषण फैल रहा है।
सपा ने एसडीएम से अलाव व कंबल की मांग की
अतर्रा नगर में सोमवार को सपा नगर अध्यक्ष दिनेश दादू की अगुवाई में सपाइयों ने तहसील पहुंचकर एसडीएम विकास यादव को ज्ञापन सौंपकर नगर में गरीबों के लिये अलाव जलवाये जाने और कंबल वितरण की मांग की। सपा नगर अध्यक्ष ने कहा कि यदि प्रशासन जल्द ही गरीबों की मदद को आगे नहीं आता तो वे जनहित में लड़ाई लड़ेंगे। सपा नेता संजय साहू, विवेक बिंदु तिवारी ने कहा कि ठंड से लोग बुरी तरह परेशान हैं। नगर में न तो कहीं अलाव दिख रहे हैं और न ही गरीबों को शासन की कोई ठंड से बचाव के लिये राहत दी जा रही है। इस दौरान सपा नेता रामधनी यादव, रामधनी रैकवार आदि मौजूद रहे।