बांदा: स्वयंसेवी रिजवान ने 30 टीबी मरीजों का थामा हाथ, क्षय रोगियों को बांटा पोषण किट

दैनिक भास्कर न्यूज

बांदा। भारत सरकार का लक्ष्य देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग यानि टीबी से मुक्त बनाना है। इस मुहिम में स्वयंसेवी रिजवान अली ने टीबी मरीजों का हाथ थामा है। निक्षय मित्र बनकर उन्होंने 30 टीबी मरीजों को गोद लिया है। पोषण किट के साथ ही टीबी रोगी बच्चों को कपड़ा व किताबें इत्यादि देकर उन्हें शिक्षा से भी जोड़ने का काम कर रहे हैं। क्षय रोगियों को गोद लेकर पुष्टाहार के साथ भावनात्मक व सामाजिक सहयोग उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार ने यह मुहिम शुरू की थी।

पोषण किट के साथ दे रहे कपड़े व किताबें

इसमें सामाजिक संगठनए संस्थाओंए जनप्रतिनिधियों व आम लोगों को आगे आने के लिए प्रेरित किया गया। नतीजा यह रहा कि स्वयंसेवी संस्था बांदा रोटी बैंक के अध्यक्ष रिजवान अली ने माह अगस्त में 30 टीबी मरीजों को गोद लिया। इसमें 22 पुरुष व 8 महिला मरीज हैं। सभी मरीजों की उम्र 12 से 28 वर्ष है। रिजवान बताते हैं कि वे महीने में कम से कम एक बार टीबी मरीज के घर जाकर उसका हालचाल लेते हैं। उन्हें पोषण किटए दूधए गुड़ए चना के साथ दवा मुहैया करा रहे हैं। इसके अलावा बच्चों को कपड़ा व किताबें देकर उन्हें शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।

इसके लिए उन्हें उनकी पत्नी रेशमा अंजुम ने प्रेरित किया। पत्नी रेशमा सहायक अध्यापक हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉण्संजय कुमार शैवाल ने बताया रिजवान अली ने एक साथ 30 बच्चों गोद लिया है जो कि बहुत ही सराहनीय कार्य है। उन्होंने अन्य सामाजिक संगठनोंए संस्थाओं और लोगों से भी क्षय रोगियों की मदद को आगे आने की अपील की है। टीबी मरीजों को पोषण आहार से बीमारी से जल्द मुक्ति मिल सकती है।

पोषण किट व खाद्य सामग्री से मिली राहत

शहर के हरदौल तलैया की 14 वर्षीय निशा ;बदला हुआ नामद्ध बताती हैं कि चार माह पहले उसे खांसी व बुखार था। जांच में डॉक्टर ने टीबी का रोग बताया था। अस्पताल से दवा मिली। उसके पिता मजदूरी करते हैं। कभी.कभी काम भी नहीं मिल पाता। इसलिए पोषणयुक्त भोजन नसीब नहीं हो पाता था।

रिजवान अली ने उन्हें पोषण किट समेत खाद्य सामग्री मुहैया करवा रहे हैं। इससे उन्हें राहत मिली है। जिला समन्वयक प्रदीप वर्मा ने बताया कि जिले में करीब 3 हजार 681 टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है। अब तक 606 मरीजों को गोद लिया गया है। निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज जारी रहने तक टीबी मरीजों के बैंक खाते में 500 रुपये प्रतिमाह भेजा जा रहा है। बताया कि अस्पताल से डॉट थेरेपीए इलाज व एक्स.रे की सुविधा मिल रही है।

गर्म कपड़े पाकर जरूरतमंदों के खिल उठे चेहरे

बांदा। सर्दी के मौसम को देखते हुए मंगलवार को रोटी बैंक सोसाइटी की टीम के पदाधिकारियों व सदस्यों ने ग्राम महोखर में ग्रामीणों को गरम कपड़ों का वितरण किया। ग्रामीणों को उनके कानूनी अधिकारियों के लिये भी जागरूक किया। गर्म कपड़े पाकर जरूरतमंदों के चेहरे ऐसे खिल उठेए जैसे किसी ने उन्हें अपनी जागीर सौंप दी हो।

रोटी बैंक सोसाइटी की टीम के संरक्षक शेख़ सादी जमां के संरक्षण और रिज़वान अली की अध्यक्षता में जैविक किसान राहुल अवस्थी की अगुवाई में शाखा प्रमुख महोखर वीरेन्द्र कुमार के सहयोग से ग्राम प्रधान महोखर धीरेन्द्र सिंह की उपस्थिति में रोटी बैंक के पदाधिकारियों व सदस्यों ने ग्रामीणों को गरम कपड़ों का वितरण किया। साथ ही ग्रामीणों को उनके कानूनी अधिकारों के लिए भी जागरूक किया। गर्म कपड़े पाकर जरूरतमंद ग्रामीणों के चेहरे पर ऐसी खुशी दिखाई दीए जैसे किसी ने उन्हें अपनी जागीर ही सौंप दी हो। प्रतिकार के बदल ग्रामीणों ने भी रोटी बैंक टीम को आशीर्वाद से नवाज़ा।

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