भास्कर ब्यूरो
बरेली। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) के बरेली क्षेत्रीय कार्यालय (आरएम ऑफिस) में बसों की मरम्मत के नाम पर भी खेल हो गया है। रोडवेज में कम कीमत पर बसों की मरम्मत करने वाली फर्म को नजर अंदाज कर अधिक कीमत वसूलने वाली फर्म को ठेका देने का आरोप है। विभागीय जांच में वित्तीय अनियमितता सामने आई है।
इसके बाद फर्म का ठेका निरस्त कर दिया गया है। इसके साथ ही रोडवेज के क्षेत्रीय कार्यालय (आरएम) के सहायक सनी अरोरा, और सेवा प्रबंधक (एसएम) कार्यालय के सहायक ललित अग्रवाल को सस्पेंड किया गया है। इन दोनों कर्मचारी के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। इस खेल में अफसरों के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है। आरोपी फर्म को मुरादाबाद रोडवेज में वित्तीय अनियमितता के चलते ब्लैक लिस्ट किया गया है। इस मामले में रोडवेज के आरएम से बात करने की कोशिश की गई। मगर, फोन पर संपर्क नहीं हो सका.
कम कीमत वाली खर्च को किया नजरंदाज
फर्म शहर के सुभाषनगर निवासी एक युवक की है। साईं इंटरप्राइजेज फर्म संचालक को बसों की मरम्मत का ठेका नियमों को ताक में रख कर देने का आरोप है। बताया जाता है कि जैम पोर्टल के माध्यम से विड और टेंडर में कार्यालय सहायक सनी अरोरा और ललित अग्रवाल पर खेल करने का आरोप है। दोनों बाबुओं पर आरोप है कि कम कीमत में बसों की मरम्मत करने वाली फर्म को नजरअंदाज किया गया था। आरोपियों ने अधिक कीमत में मरम्मत करने वाली फर्म को ठेका दे दिए और ये सब सिर्फ कमीशनखोरी की वजह से किया गया है।
मुरादाबाद में फर्म ब्लैकलिस्ट लेकिन यहां दे दिया गया ठेका
इस खेल में बड़े अधिकारियों के शामिल होने की बात सामने आई है। इसीलिए अधिक खर्च वाली फॉर्म को टेंडर दिया गया। मगर, 2 दिन पहले मुरादाबाद रीजन का ठेका निरस्त कर फर्म को ब्लैक लिस्ट किया गया। इसके बाद स्थानीय रोडवेज अधिकारी अपनी गर्दन बचाने में जुट गए और उन्होंने बरेली में भी फर्म का ठेका निरस्त कर दिया। इसके साथ ही दो कर्मचारियों को सस्पेंड किया है। फर्म को बसों की मरम्मत, और अन्य सुविधा का जिम्मा
साईं इंटरप्राइजेज बरेली को और मुरादाबाद रीजन की वर्कशॉप में बसों की मरम्मत के लिए कर्मचारी और अन्य सुविधाएं देने का ठेका दिया गया था। मगर,विभागीय जांच में खेल खुलने के बाद फर्म का ठेका निरस्त किया गया है।
जिमेदार अफसरों पर गिर सकती है गाज
बरेली रीजन के आरएम दीपक चौधरी पहले मुरादाबाद में आरएम थे। उनके कार्यकाल में ही साई इंटरप्राईजेज को मुरादाबाद रीजन की बसों में मरम्मत का ठेका मिला था। इनका ट्रांसफर बरेली रीजन में हो गया। उन्होंने बरेली में भी आरोपी फर्म को बसों की मरम्मत का ठेका दे दिया। इससे बड़े अफसरों पर भी कार्रवाई की गाज गिरने की उम्मीद जताई जा रही है।