बरेली। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस भी आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए सक्रिय हो गई है। रूहेलखंड मंडल की पांचों लोकसभा सीटों पर 2024 में कांग्रेस मजबूत प्रत्याशियों को उतारकर केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के सामने कड़ी चुनौती पेश करेगी। इसके लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे और वरिष्ठ पार्टी नेता प्रियंका गांधी ने पुराने कार्यकर्ताओं से फीडबैक मांगा है।
खड़गे और प्रियंका गांधी ने पुराने कार्यकर्ताओं से लिया फीडबैक
तीन दशक पहले तक न केवल देश बल्कि रूहेलखंड मंडल की पांच में से कम से कम चार लोकसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा होता था। मंडल की सबसे मजबूत पार्टी भी कांग्रेस थी। मगर, बाद में भाजपा, सपा और बसपा का उदय हुआ तो देश की सबसे पुरानी पार्टी नेपथ्य में चली गई। पिछले कुछ चुनाव ऐसे गुजरे कि उनमें कांग्रेस प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा सके। हालांकि वर्ष 2009 में बरेली लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर प्रवीण सिंह ऐरन भाजपा प्रत्याशी संतोष गंगवार को हराकर सांसद निर्वाचित हुए थे। मगर, मंडल की आंवला, बदायूं, शाहजहापुर और पीलीभीत लोकसभा सीटों पर कांग्रेस लंबे समय से जीत को तरस रही है।
लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिलेगी कड़ी चुनौती
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी चुनौती देने के लिए अपने पुराने कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेना शुरु कर दिया है। इसके लिए लखनऊ और दिल्ली से कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ताओं को फ़ोन करके पार्टी के बारे में फीडबैक लिया जा रहा है। बुर्जुग कांग्रेस नेता कौशल अग्रवाल का कहना है कि उनके पास दिल्ली कांग्रेस कार्यालय से फ़ोन आया था। जिसने फ़ोन किया, उसने पार्टी के बारे में पूछा।
निष्क्रिय कार्यकर्ताओं को चुनाव से पहले सक्रिय करने की कवायत तेज
फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी बात कराई। एक अन्य कांग्रेस नेता सूर्य प्रकाश सक्सेना ने लखनऊ कांग्रेस कार्यालय से फ़ोन आने की पुष्टि की। इनका कहना है कि पार्टी हाईकमान से यह पूछा जा रहा है कि बरेली से कांग्रेस के टिकट पर कौन चुनाव जीत सकता है। दूसरे दलों के संभावित प्रत्याशियों पर भी चर्चा हुई।
मुस्लिम और परंपरागत वोट बैंक पर नजर
पुराने कांग्रेस नेता अंजुम सहाय बिसारिया का कहना है कि पार्टी हाईकमान की नजर अपने पुराने वोट बैंक मुस्लिम, सवर्ण और परंपरागत दलित मतदाताओं पर है। अगर परंपरागत वोट कांग्रेस की तरफ लौटता है तो पार्टी लोकसभा चुनाव में भाजपा के दांत खट्टे कर देगी।