बरेली। लापरवाही और गैर कानूनी गतिविधियों की शिकायत पर सोबती बिल्डर कंपनी से कुछ समय के लिए अलग हुए सुपरवाईजर और उसका बेटा जब काम मांगने पहुंचा, तब तक कंपनी उन्हें निकाल चुकी थी। सुपरवाईजर, उसके बेटे और पत्नी ने मार्केटिंग मैनेजर से पांच लाख की रंगदारी मांगी। ग्रीन पार्क में जाकर धमकाया कि रुपये नहीं दिए तो दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाकर जेल भिजवा देंगे, साथ ही जान से मारने की धमकी दी। बारादरी पुलिस ने एसएसपी के निर्देश पर तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
सुपरवाईजर, उसके बेटे और पत्नी के खिलाफ बारादरी थाने में केस दर्ज
कोतवाली क्षेत्र के ख्वाजा कुतुब निवासी दिनेश शर्मा ने बताया कि वह सोबती बिल्डर कंपनी के मार्केटिंग मैनेजर है। कंपनी के निदेशक चरन पाल सिंह, सोबती के भाई प्रीत पाल सिंह, सोबती की कंपनी मैसर्स मां चंडीकाय एसोसिएट हापुड़ में काफी लंबी समय से संजीव चौधरी सुपरवाईजर के पद पर थे, जो हापुड़ के ही रहने वाले है। संजीव ने अपने बेटे रितिक उर्फ हनी चौधरी को कंपनी में चालक के पद पर रखने की सिफारिश की थी।
विरोध पर पत्नी से दुष्कर्म के झूठे मामले में जेल भिवाने की दी धमकी
हनी को ट्रायल पर अस्थाई रख लिया गया। संजीव और उसके बेटा हनी की गैर कानूनी गतिविधियों की शिकायत हो रही थी, जिस कारण कुछ समय के लिए दोनों बाप बेटे कंपनी से अलग हो गए। कुछ समय बाद दोनों ने काम पर लौटने का प्रयास किया लेकिन कंपनी ने उन्हें साफ तौर पर मना कर दिया। इसके बाद संजीव, उसका बेटा और पत्नी कई अज्ञात नंबरों से कॉल कर पांच लाख की रंगदारी मांगने लगे।
25 अप्रैल को ग्रीन पार्क कॉलोनी में तीनों ने मार्केटिंग मैनेजर दिनेश को घेर लिया और गाली गलौज करने लगा। धमकी दी कि एक हफ्ते के अंदर पैसे नहीं दिए तो पत्नी से दुष्कर्म करने के आरोप में जेल भिजवा देगा। विरोध करने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने संजीव, उसके बेटे और पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।