बरेली। गेटमैन ने लूट की एफआइआर दर्ज कराई थी। जांच में सामने आया कि वह रेलवे ट्रैक पर लाल झंडी लगाकर सो गया। जिससे मालगाड़ी रूक गई। कहानी झूठी पाए जाने पर पुलिस ने मुकदमा एक्सपंज कर दिया है। झूठा मुकदमा लिखने पर आरोपी गेटमैन के खिलाफ 182 की कार्रवाई की जाएगी। नैनीताल मार्ग के किनारे अभयपुर रिठौरा रोड पर रेलवे का गेट संख्या 230 सी है। इस गेट पर गेटमैन देवेंद्र कुमार तैनात है।
14 जुलाई की पौने तीन बजे यहां से मालगाड़ी गुजर रही थी। रेलवे ट्रैक पर सिग्नल न मिलने की वजह से लोको पायलट ने मालगाड़ी रोक दी। मालगाड़ी से उतरकर गार्ड कुलदीप कुमार गुप्ता ने गेटमैन को बुलाया। इसके बावजूद गेटमैन ने उत्तर नहीं दिया। जिस पर गार्ड ने दोहना स्टेशन मास्टर और कंट्रोल रूम को सूचना दे दी। सिग्नल सही होने पर मालगाड़ी रवाना हुई। पुलिस के मुताबिक रात में कपड़े की जगह ट्राई कलर टार्च का प्रयोग होता है। घटना वाले दिन गेटमैन ने फाटक तो बंद कर दिया, लेकिन टार्च हटाना भूल गया।
इस लापरवाही में निलंबन व विभागीय जांच की कार्रवाई तय है। इससे बचने के लिए गेटमैन ने लूट का झूठा मुकदमा लिखाया। एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि रेलवे कर्मी ने सस्पेंशन और जांच से बचने के लिए झूठी लूट की एफआईआर दर्ज कराई थी। जिस वक्त उसने लूट की घटना बताई। उस समय उसकी स्टेशन मास्टर से मोबाइल पर बातचीत हो रही थी। मुकदमे को एक्सपंज कर दिया गया है। कोर्ट में आरोपी रेलवे कर्मी के खिलाफ 182 का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।