
- लगातार सातवें माह में भी प्रदेश में प्राप्त किया पहला स्थान
बरेली। उत्तर प्रदेश पुलिस में इस वक्त अगर किसी का जलवा है तो वो हैं आईजी राकेश सिंह। इनका परफॉर्मेंस ऐसा है कि बरेली परिक्षेत्र की पुलिसिंग को लगातार सातवीं बार प्रदेश में नंबर वन बना दिया है। अब ये सिर्फ संयोग नहीं, बल्कि सुचिंतित रणनीति और दमदार लीडरशिप का नतीजा है। आईजी के नेतृत्व में आईआरएस प्रणाली में बरेली परिक्षेत्र ने फरवरी माह में भी बाजी मार ली। मतलब हर महीने ये टीम टॉप कर रही है और बाकी जिलों को सिर्फ पीछे से देखने का मौका मिल रहा है।
अब ये आईजीआरएस है क्या है?: आसान भाषा में समझें तो जनता बोले और पुलिस झट से सुनकर तुरंत एक्शन ले वाली ऑनलाइन शिकायत निवारण प्रणाली। इसमें नागरिकों की समस्याएं दर्ज की जाती हैं और फिर पुलिस इन्हें न सिर्फ फटाफट सुलझाती है, बल्कि यह भी देखती है कि हल सही तरीके से हो रहा है या नहीं। और बरेली परिक्षेत्र ने इस सिस्टम में सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले।बरेली पुलिस ने सिर्फ एक बार नहीं, बल्कि लगातार सात महीनों तक नंबर वन रहकर खुद को टॉपर साबित कर दिया है।
परिक्षेत्र के बरेली ने 66वां स्थान, बदायूँ ने 9वां स्थान, शाहजहाँपुर ने 15वां स्थान, पीलीभीत ने 22वां स्थान और थाना करेली जनपद पीलीभीत ने पूरे प्रदेश में संयुक्त रूप से पहला स्थान प्राप्त किया है। अब इसे कहते हैं थानेदार वाली परफॉर्मेंस। बरेली परिक्षेत्र की इस ऐतिहासिक सफलता के पीछे आईजी के नेतृत्व में अपनाई गई प्रभावी रणनीतियाँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं जिसमें सख्त अनुशासन और जवाबदेही, नियमित मॉनिटरिंग, तकनीकी संसाधनों का अधिकतम उपयोग, टीम वर्क और प्रोत्साहन नीति, कमजोर प्रदर्शन वाले थानों की समीक्षा शामिल है।
हर सक्सेस स्टोरी के पीछे कुछ हीरो होते हैं। इस बार ये रोल निभाया एसआई शालू, कंप्यूटर ऑपरेटर अमरेन्द्र कुमार, आरक्षी सलिल सक्सेना ने। इन्हें नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा।आईजी की टीम अब इस जीत को बरकरार रखने के लिए नई रणनीतियों पर काम कर रही है जिसमें हर शिकायत का तेजी से निस्तारण, पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग, जनता से सीधा संवाद, एआई और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग, कमजोर थानों की स्पेशल निगरानी शामिल है। मतलब परफॉर्मेंस खराब तो तुरंत सुधारात्मक कार्रवाई।