बरेली: एक क्लिक पर मिलेगी प्रवेश, परीक्षा और रिजल्ट की सूचना- प्रोफेसर सत्यकाम

बरेली। देश की आजादी के बाद शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा विद्यार्थियों को देने में जितना हमें आगे बढ़ना चाहिए था उतना तो नहीं बढ़ पाए। यह कहना है उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम का। वे गुरुवार को क्षेत्रीय केंद्र बरेली और मेरठ से सम्बद्ध अध्ययन केन्द्रों के समन्वयको और प्राचार्यों की कार्यशाला को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे। वहीं इससे पूर्व उन्होंने केंद्र परिसर में राजर्षि टंडन की याद में पर्यावरण को संरक्षित करने हेतु वृक्षारोपण किया।        

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा की विश्वविद्यालय टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए यूपी आरटीओ एप विकसित करेगा। जिससे एक ही क्लिक में नामांकित छात्र को प्रवेश से लेकर परीक्षा और परीक्षा परिणाम की सभी सूचनाएं प्राप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस टेक्नोलॉजी का सुपरिणाम शीघ्र ही देखने को मिलेगा। एक खास मुलाकात में कुलपति ने कहा कि देश की आजादी के बाद आईआईटी और आईआईएम के साथ ही विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय खोले गए।

उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे विद्यार्थी जिनको इन संस्थानों में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर नहीं मिलेगा? वह कहां जाएंगे। उन्होंने जानकारी दी कि भारत सरकार ने शिक्षा का क्षरण हो इसके लिए 1985 में एक अध्यादेश के द्वारा स्टेट विश्वविद्यालय की स्थापना की गई । उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा विद्यार्थियों को प्राप्त हो। उन्होंने यह भी बताया इग्नू विश्वविद्यालय से पूर्व आंध्र में और दिल्ली विश्वविद्यालय के द्वारा पत्राचार शिक्षा प्रदान करना शुरू किया था। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश राजर्षि मुक्त विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे रहा है।  

प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि आज के दौर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना चुनौतीपूर्ण कार्य है। हम केवल प्रवेश और परीक्षा करने वाले विश्वविद्यालय ना बन जाए इसके लिए सामूहिक प्रयास किया जाना अति आवश्यक है। विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को ऐसी लर्निंग शिक्षण सामग्री प्रदान कर रहे हैं जिससे उनका भविष्य उज्जवल बन सके। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि गत वर्ष धीमी गति से हमारे विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा प्राप्त करने वाले 120 विद्यार्थियों को अच्छी नौकरियों के अवसर प्राप्त हुए हैं।

उन्होंने स्वीकार किया कि मुक्त विश्वविद्यालय के विषय में अधिकांश लोगों को अभी जानकारी नहीं है। इसके लिए सामूहिक प्रयास किया जाना आवश्यक है। उन्होंने यह भी बताया की हर वर्ष विश्वविद्यालय और केंद्रों के द्वारा रोजगार मेलों का आयोजन कर विद्यार्थियों को अच्छी कंपनियों में नौकरी दिलवाने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। कार्यशाला में प्रवेश प्रभारी प्रोफेसर जयप्रकाश यादव, डॉक्टर जीके द्विवेदी, बरेली और मेरठ केंद्र प्रभारी डॉक्टर सतेन्द्र बाबू ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन डॉ. अमिता गुप्ता ने किया।

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