बरेली। नगरीय विकास अभिकरण डूडा में चोरों ने छह जुलाई की रात दीवार की खिड़की तोड़कर इन्वर्टर और तीन बैटरा चोरी कर लिए। पीओ डूडा ने चोरी का शक स्मैकियों पर जताते हुए पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई। वहीं दूसरी ओर चोरी का शक डूडा के स्टाफ पर ही जताया जा रहा है। शुक्रवार की रात बारिश हो रही थी। इसी बीच अज्ञात चोरों ने गांधी उद्यान के निकट कैंट रोड स्थित नगरीय विकास अभिकरण डूडा की दीवार की खिड़की तोड़कर ऑफस के अंदर रखा इन्वर्टर और तीन बैटरा चोरी कर लिए। सूत्रों के अनुसार आफिस से चोरों ने जरूरी अभिलेख भी चोरी कर लिए हैं, जिसको छुपाने में स्टाफ लगा है। हालांकि पीओ डूडा ने चोरी में स्मैकियों के शामिल होने पर शक जाहिर किया है। उनका कहना है कि चोरी में केवल इन्वर्टर और बैटरा ही गया है।
चोरों ने दीवार फांदकर कर ली चोरी, पीओ ने पुलिस को दी तहरीर
अभिलेख सुरक्षित हैं। मगर, डूडा के स्टाफ की मानें तो चोरों ने कुछ अभिलेख भी पार कर दिए हैं, जिनको छुपाया जा रहा है। स्टाफ के सूत्रों के अनुसार नगरीय विकास अभिकरण डूडा में लेखाधिकारी इसी साल 31 मार्च को रिटायर हो चुके हैं। उनका चार्ज भी किसी दूसरे को मिल गया है। इसके बाद भी वह न केवल दिन में नियमित रूप से आफिस में पहुंचकर काम कर रहे हैं, बल्कि देर रात तक भी ठेकेदारों के भुगतान काम में जुटे रहते हैं। सूत्रों के अनुसार उसकी वजह यह है कि डूडा की ओर से 10 करोड़ से ज्यादा के निर्माण कार्य कराए गए हैं। उनका ठेकेदारों को भुगतान 31 मार्च के बाद किया गया है। लेखाधिकारी के नियमित ड्यूटी करने की वजह निर्माण कार्यों का ठेकेदारों से कमीशन वसूलना है। इसीके चलते लेखा का चार्ज उसको नहीं दिया जा रहा है, जो उसका वास्तविक हकदार है।
हालांकि इस मामले में एडीएम प्रशासन की ओर से पीओ डूडा को नोटिस भी जारी किया जा चुका है कि रिटायरमेंट के बाद वर्तमान लेखाधिकारी को कार्यमुक्त करें। उसमें पीओ डूडा की ओर से जवाब लिखकर भेज दिया गया है कि उनको कार्यमुक्त किया जा चुका है। मगर, हकीकत यह है कि रिटायरमेंट के सवा तीन महीने बाद भी लेखाधिकारी कार्यमुक्त नहीं हुए हैं। इस मामले में पीओ डूडा विद्यापाल का कहना है कि जल्द ही लेखाधिकारी को कार्यमुक्त कर दिया जाएगा।