बरेली : कृषि यंत्र सब्सिडी घोटाला की जांच हुई पुरी, पूर्व डिप्टी डायरेक्टर पर कार्रवाई तय

बरेली। कृषि यंत्र सब्सिडी घोटाले की एक जांच पूरी हो चुकी है। डीसी मनरेगा ने किसानों के बयान दर्ज कर लिए हैं। जिलाधिकारी को जांच रिपोर्ट सौंपना अभी बाकी है। इसके बाद कृषि विभाग के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर पटल सहायक शिवकुमार और तकनीकी नृपेंद्र कुमार पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। तकनीकी सहायक ने ग्रुप सी के कर्मचारी होने के बाद भी कृषि यंत्र का सत्यापन कर दिया। डीसी मनरेगा अवकाश से लौटने के बाद अपनी जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी को सौंपेंगे।

अवकाश से लौटने के बाद डीएम को रिपोर्ट सौपेंगे डीसी मनरेगा

वर्ष 2020-21 में कृषि विभाग की ओर से कस्टम हायर सेंटर और फार्म मिशनरी बैक योजनाओं में 50 से अधिक 1.5 करोड़ रुपये से अधिक की सब्सिडी किसानों के खाते में भेजी गई थी। इस सब्सिडी में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आया था। बहेड़ी, भदपुरा और नवाबगंज के किसानों ने तत्कालीन उप कृषि निदेशक से सब्सिडी में फर्जीवाड़े की शिकायत की। मगर, शिकायतकर्ता किसानों की बात तत्कालीन उप कृषि निदेशक ने नहीं सुनी तो किसान क्षेत्रीय विधायक अताउर्रहमान के पास शिकायत लेकर पहुंचे। किसानों की शिकायत पर बहेड़ी विधायक अताउर्रहमान ने कृषि यंत्र सब्सिडी घोटाले की जांच के लिए शासन को पत्र लिखा। उसमें विधायक ने उप कृषि निदेशक दफ्तर के कृषि यंत्र सब्सिडी पटल सहायक शिवकुमार और तकनीकी सहायक नृपेंद्र कुमार पर सरकारी सब्सिडी में अनियमिताएं करने का आरोप लगाया था।

शासन स्तर से जांच जिलाधिकारी को भेजी गई। डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने डीसी मनरेगा की अगुवाई में तीन सदस्यीय जांच कमेटी बना दी थी। उस जांच कमेटी में एसडीएम बहेड़ी और एसडीएम नवाबगंज भी शामिल थे। जांच कमेटी ने उन किसानों के घर जाकर बयान दर्ज किए, जिनके खातों में कृषि यंत्रो की सब्सिडी भेजी गई थी। जांच में यह पाया गया था कि उप कृषि निदेशक दफ्तर से पति-पत्नी के अलावा दो सगे भाइयों को किसान दर्शाकर सब्सिडी उनके खातों में भेजकर गोलमाल किया गया।

इसके अलावा जांच में बड़ी संख्या में वह किसान भी पाए गए, जिनको एक ही वित्तीय वर्ष में कस्टम हायर के साथ ही फार्म मिशनरी बैंक की दो बार या इससे अधिक की सब्सिडी उनके खाते में भेज दी गई। जांच में बाबू का 20 साल से एक ही जनपद में तैनाती का मामला भी सामने आया था। कृषि यंत्र सब्सिडी घोटाले की एक और जांच भी चल रही है। शासन के निर्देश पर यह जांच संयुक्त कृषि निदेशक डॉ. राजेश कुमार कर रहे हैं।

गंगाराम, जांच अधिकारी (डीसी मनरेगा) वर्जन

कृषि यंत्र सब्सिडी घोटाले की जांच पूरी हो चुकी है। किसानों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। अभी मैं अवकाश पर बाहर आया हूं। बरेली लौटते ही जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी जाएगी।

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