दैनिक भास्कर ब्यूरो
बरेली। सफेद चिकन का कुर्ता। साधारण सा पैजामा। पैरों में सामान्य सी चप्पल। माथे पर तिलक। यही भाजपा के जमीनी कार्यकर्ता की पहचान है। नव नियुक्त भाजपा ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य ऐसे ही कार्यकर्ता हैं। वह किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। ब्रज क्षेत्र के महामंत्री और उपाध्यक्ष पहले भी थे। अब पार्टी ने उनको ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष बना दिया है। नया पद मिलने के बाद उनके घर बधाई देने वाले कार्यकर्ताओं की लंबी लाइन है। अलीगढ़, आगरा, फिरोजाबाद, बदायूं, शाहजहांपुर और पीलीभीत समेत रुहेलखंड मंडल के भाजपा पदाधिकारी, सांसद, विधायक और कार्यकर्ता उनसे मिलने के लिए घर पहुंचे। पिछले तीन दिन से घर के सामने का पार्क सुबह से लेकर देर रात तक कार्यकर्ताओं से भरा दिखा। किसी के गले मिलकर तो किसी से मोबाइल कॉल पर और किसी से फूल मालाएं पहनकर बधाई स्वीकार की।
स्वामी प्रसाद मौर्य आंवला से चुनाव लड़ने आए तो बड़े अंतर से हराकर वापस भेजेंगे
कार्यकर्ताओं की भीड़ के बीच दैनिक भास्कर ने नवनियुक्त ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य से बातचीत की। घर के बाहर जमा भीड़ के चलते कम समय ही बात कर पाए। बोले- 24 घंटे पहले तक नहीं पता था कि पार्टी नेतृत्व उनके जैसे छोटे कार्यकर्ता को बड़ी जिम्मेदारी सौंपने जा रहा है। मगर, अब जिम्मेदारी मिल गई है तो 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी में तेजी लाई जाएगी। बूथ स्तर पर संगठन समाज के हर वर्ग को भाजपा से जोड़ा जाएगा। पिछली बार ब्रज क्षेत्र की 13 लोकसभा सीटों में से 12 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। मगर, इस बार पार्टी का लक्ष्य ब्रज क्षेत्र की सभी 13 सीटें जीतने का रहेगा। इसके लिए कार्यकर्ता अभी से जी जान से जुटेंगे।
दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत में भाजपा ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य का दावा
दुर्विजय सिंह शाक्य ने कहा कि मोदी और योगी का देश में अभी कोई विकल्प नहीं है। उनका संकल्प भारत को विश्व गुरु बनाने का है। देश की जनता और भाजपा कार्यकर्ता तन, मन और धन से अपने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के साथ है। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के आंवला लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की चर्चाओं पर नव नियुक्त क्षेत्रीय अध्यक्ष ने कहा कि वह 2022 में विधानसभा का चुनाव भी हार गए थे। फिर भी वह ब्रज क्षेत्र की किसी सीट से चुनाव लड़ने यहां आए तो भाजपा कार्यकर्ता उनको बड़े अंतर से हराकर वापस वहीं भेज देंगे, जहां से वह आएंगे। कहा कि मौर्य-शाक्य समेत समाज के प्रत्येक वर्ग का समर्थन भाजपा के साथ है। पिछली बार सपा को मैनपुरी की एक सीट किसी तरह मिल भी गई थी, लेकिन उसके बाद सपा जनता के प्रति अपनी भूमिका ठीक से नहीं निभा पाई। इसलिए जनता का समर्थन भाजपा के प्रति बढ़ा है। लोकसभा चुनाव में ब्रज क्षेत्र की सभी सीटों पर भाजपा का कमल खिलेगा। सपा, बसपा और कांग्रेस समेत संपूर्ण विपक्ष शून्य पर आउट होगा।
28 साल की कठिन तपस्या का फल
बदायूं में दातागंज तहसील के ब्लॉक समरेर के गांव बिराहमपुर निवासी वैद्य रामलाल शाक्य की पांच संतानों में सबसे छोटे दुर्विजय सिंह शाक्य का राजनीति के प्रति रुझान बचपन से ही था। पिता जाने-माने वैद्य थे। प्रारंभिक और जूनियर की शिक्षा गांव के प्राइमरी स्कूल से हुई। बड़े भाई हरज्ञान सिंह शाक्य हरियाणा के करनाल स्थित निजी कंपनी में जोनल मैनेजर हैं। मझले भाई गांव में रहकर खेती करते हैं। दुर्विजय ने हाईस्कूल करनाल से किया। वहां मन नहीं लगा तो बरेली आ गए। 1992 में जीआईसी में 11 वीं में एडमिशन लिया। इंटर के बाद बरेली कॉलेज से बीएससी, राजनीति शास्त्र में एमए, बीएड और एलएलबी किया। उसके बाद मास कम्यूनिकेशन में पीजी डिप्लोमा भी बरेली कॉलेज से किया है। 1995 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में एक बार कॉलेज सहमंत्री, दो बार महानगर मंत्री, महानगर उपाध्यक्ष और सह विभाग प्रमुख बने। वर्ष 2001 में एबीवीपी में पूर्णकालिक बने। वर्ष 2001 से 2006 तक मुरादाबाद-रामपुर में एबीवीपी के संगठन मंत्री, चार बार प्रदेश सहमंत्री, एक बार प्रदेश मंत्री भी रहे। बरेली कॉलेज में इंप्रूवमेंट मिड शेषन आंदोलन में उनकी प्रमुख भूमिका रही।
दुर्विजय सिंह वर्ष 2006 में वह भाजपा के सदस्य बने। 2007 में पार्टी ने भाजपा ब्रज क्षेत्र का युवा अध्यक्ष बनाया। 2012 में संघ की विवेकानंद सार्धशती संगठन के सह प्रांत संयोजक, फिर भाजपा पिछड़ा प्रकोष्ठ सह संयोजक, पांचाल प्रदेश उपाध्यक्ष और उसके बाद वर्ष 2015 में भाजपा ब्रज क्षेत्र महामंत्री बने। पिछले सत्र में वह भाजपा के ब्रज क्षेत्र उपाध्यक्ष थे। अब भाजपा ने उनके जमीनी संघर्ष को देखते हुए ब्रज क्षेत्र का अध्यक्ष बनाया है। मौर्य-शाक्य बिरादरी से संबंध रखने वाले दुर्विजय सिंह शाक्य को 28 साल की कठिन तपस्या का फल मिला है। पत्नी मोना भाटिया शाक्य शिक्षक हैं। परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है।