दैनिक भास्कर ब्यूरो ,
बरेली। जिले की बिजली आपूर्ति व्यवस्था बे-पटरी हो गईं हैं शहर के झूलते तार बिजली निगम की कहानी खुद-ब-खुद बयां करते हैं। बिजली विभाग की सितंबर में रैंकिंग जारी हुई जिसमें शहरी क्षेत्र में 32वीं रैंक आई तो ग्रामीण क्षेत्र में यह रैंक 31वीं रही। बिजली व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक भवानी सिंह खगारौत ने बिजली उपकेंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस बीच उन्होंने इनकमिंग और आउटगोइंग फीडर को जांचा।
प्रबंध निदेशक ने मुख्य अभियंता और अन्य अभियंताओं को बिजली आपूर्ति सामान्य बनाए रखने के निर्देश दिए। वही बरेली पहुंचे प्रबंध निर्देशक भवानी सिंह नें लाइन लॉस और बिजली चोरी के बारे में अफसरों से जानकारी ली। जिस पर अफसरों कों चुप्पी लगी रही। इस बीच प्रबंधक भवानी सिंह ने अधिकारियों से उपभोक्ताओं के द्वारा समय पर बिजली बिल समय पर जमा न करने का कारण पूछा तों अधीक्षण अभियंता नगर विकास सिंघल समेत अधिशासी अभियंता जी…जी… करके एमडी भवानी सिंह के सामने सर हिलाते रहे।
उन्होंने कहा इस कारण विभाग को कम राजस्व प्राप्त हो रहा है। समय पर बिल जमा नहीं होने के कारण राजस्व में कमी आई है।जिसके बाद एमड़ी भवानी सिंह नें 25 प्रतिशत राजस्व की वसूली और बढ़ाने की बात कही। वही शहर की बिजली व्यवस्था देखकर नाराज़ एमड़ी की बंच केबिल पर भी नज़र पड़ी जिसको लेकर भी नगर अधीक्षण अभियंता विकास सिंघल की क्लास लगाई गई।
वही बिजली चोरी और लाइन लॉस के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली खंभों पर क्यूआर कोड लगाए थे। उन्होंने पूछा पता लग सकता हैं संबंधित खंभे से कितने कनेक्शन जुड़े हैं। कितना लोड़ हैं। ट्रांसफार्मर में होनें वाले फाल्ट को लेकर भी अधिकारियों से जानकारी ली।
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