दैनिक भास्कर ब्यूरो,
बरेली। तहसील आंवला के सभागार में सम्पूर्ण समाधान दिवस सम्पन्न हुआ। वही कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार नें की। जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में आए शिकायतकर्ताओं की शिकायतों को सुना और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकार की प्राथमिकताओं में से एक सम्पूर्ण समाधान दिवस है। वही जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों से कहा कि इसे गंभीरता से लें और प्राप्त शिकायतों का निस्तारण समयान्तर्गत तथा नियमानुसार किया जाए।
उन्होंने कहा कि जिस शिकायत का निस्तारण किया जाए। उस शिकायत से संबंधित शिकायतकर्ता संतुष्ट है या नहीं। इसकी जानकारी भी ली जाए। जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में आने वाले दिव्यांगों, महिलाओं ,बुर्जुग शिकायतकर्ताओं को प्राथमिकता के आधार पर संजीदगी से लेते हुये उनकी समस्याओं को सुना और सम्बंधित अधिकारियों को संवेदनशीलता के साथ निस्तारण करने के निर्देश दिये। सम्पूर्ण समाधान दिवस में 125 शिकायतें प्राप्त हुई, जिसमें से अधिकांश शिकायतें राजस्व व पुलिस से सम्बंधित थी, जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बंधितों को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
अवशेष शिकायतें जमीन, राशन, पेंशन व प्रधानमंत्री आवास दिलाये जाने सम्बन्धी थी। 20 शिकायतों में जिलाधिकारी ने टीम को मौके पर भेज कर जांच करने के निर्देश प्रदान किये। मौके पर आठ शिकायतों का निस्तारण किया गया।जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि बिना यथोचित कारण के कोई भी अधिकारी सम्पूर्ण समाधान दिवस जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर अनुपस्थित न रहे, शासन की मंशा के अनुरूप आमजन की समस्याओं का गुणवत्तापरक निस्तारण करें।
जिलाधिकारी ने जनपद के पहले सम्पूर्ण समाधान दिवस में तहसील आंवला प्रांगण में वृक्षारोपण भी किया। वही जिलाधिकारी ने लम्पी स्किन डिजीज के अंतर्गत आंवला स्थित गौशाला का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि गौवंशों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाये। लम्पी स्किन डिजीज एक संक्रमित बीमारी है अतः यदि कोई पशु अस्वस्थ्य लगे तो उसे एकांतवास में रखा जाये और उचित उपचार दिया जाये।
जिलाधिकारी ने गौशाला के अभिलेखों का भी निरीक्षण किया तथा निर्देश दिये कि गौशाला में संरक्षित गौवंशों के सापेक्ष पर्याप्त मात्रा में भूसा, हरा चारा, पीने के पानी व दवा आदि की उपलब्धता रहे। उन्होंने गौवंशों को अपने हाथ से गुड़ भी खिलाया।
इस अवसर पर एसपी क्राइम मुकेश प्रताप, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ विश्राम सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए तेजवंत सिंह, उप जिलाधिकारी गौविन्द मौर्य, पुलिस क्षेत्राधिकारी सहित समस्त अधिकारीगण उपस्थित रहे।