दैनिक भास्कर ब्यूरो
बरेली। भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान में बी.वी.एस.सी. एन्ड ए.एच शिक्षा के लिए अत्याधुनिक सुविधायें विकसित करने, वेटनरी बायोलोजिकल के राष्ट्रीय केन्द्र की स्थापना तथा बंग्लूरू कैम्पस में वेटनरी बायोलोजिकल की क्वालिटी कंट्रोल टेस्टिंग सुविधाओं को बढ़ाने के प्रस्तावों को लेकर आईवीआरआई के निदेशक डा. त्रिवेणी दत्त ने नई दिल्ली में केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री, भारत सरकार पुरुषोत्तम रूपाला से मुलाकात की।
बी.वी.एस.सी. एन्ड ए.एच शिक्षा के लिए अत्याधुनिक ढांचागत सुविधायें विकसित करने, शैक्षणिक मानकों को विश्व स्तर तक पर लाने एवं सम-विश्वविद्यालय को मजबूत करने के लिए 36 करोड़, वेटनरी बायोलोजिकल के उत्पादन एवं उन्नयन हेतु राष्ट्रीय वेटनरी बायोलोजिकल केन्द्र की स्थापना के लिए 180 करोड़ तथा संस्थान के बंग्लूरू कैम्पस में वेटनरी बायोलोजिकल की क्वालिटी कंट्रोल टेस्टिंग सुविधाओं को बढ़ाने के लिए 150 करोड़ का प्रस्ताव रखा।
केन्द्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला ने उपरोक्त सभी प्रस्तावों पर अपनी सैद्वांतिक सहमति जताते हुए आईवीआरआई को राष्ट्रीय जरूरतों के अनुसार कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अतिरिक्त मंत्री ने संस्थान के बंग्लूरू कैम्पस का भ्रमण करने की भी इच्छा जाहिर की। श्री परषोत्तम रूपाला जी ने आईवीआरआई की उपलब्धियों को विशेषकर वैक्सीन एवं डायग्नोस्टिक को विकसित करने एवं स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रम के साथ-साथ बी.वी.एस.सी. और ए.एच डिग्री के शैक्षणिक कार्यक्रम की शुरूआत करने के लिए आईवीआरआई की गतिविधियों को सराहना की।