दैनिक भास्कर ब्यूरो
बरेली : शीशगढ़। इंसाफ की राह ताक रही रेप पीड़िता आखिरकार अपनी जान देकर चली गई। लेकिन उसका सवाल अब भी अपनी जगह कायम रह गया। सितम ये देखिए कि जिनके कंधों पर इंसाफ दिलाने की जिम्मेदारी है वो खुद ही सफेदपोश का नक़ाब ओढ़कर तमाशाई बन कर खड़े रहें। थाने में वर्दी ने आबरू कों तार-तार किया तो वही घर के बाहर खड़े वहशी दरिंदों ने जीना दुश्वार किया। शायद इसलिए ही महिला कों कोई आस नहीं दिखी। जिसके चलते महिला नें खुद की कहानी खत्म कर ली। उसका वह वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उसने शीशगढ़ पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है।
मायके वालों ने पति पर जहर देने का आरोप लगाकर पुलिस को तहरीर दी थी तो पुलिस उसकी तलाश में जुट गई। मगर जब महिला ने खुद नौ लोगोंं पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई तो शीशगढ़ पुलिस टालमटोल करती रही। वही पीड़िता की रिपोर्ट के अनुसार गांव के आसिफ ने दो साल पहले नहाते समय उसका वीडियो बना लिया था। इसके बाद महिला कों ब्लैकमेल कर दुष्कर्म किया। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसके साथियों ने भी दुष्कर्म किया। इस दौरान आरोपियों ने कई और वीडियो भी बना लीं। दो साल तक आरोपी उसका शोषण करते रहे। बीते दिनों महिला अपने पति के साथ एसएसपी से मिली थी। इसके बाद 18 मार्च को शीशगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। 29 मार्च को पीड़िता ने पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल कर संदिग्ध परिस्थितियों में जहर खा लिया। जिसके बाद महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई।
महिला ने वीडियो वायरल कर बताया था कि जाफरपुर निवासी आरोपी मोहम्मद आसिफ, असलम, तालिब, कादिर, शाफिया और चार अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट कराई थी। जिसमें पुलिस ने एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया था। वायरल वीडियो में महिला ने पुलिस व आरोपियों के साथ- सांठ-गांठ बताई थी।महिला ने पुलिस पर गाली-गलौज करने का आरोप भी लगाया था। महिला का आरोप था कि उसने कई बार शीशगढ़ पुलिस को तहरीर दी थी। मगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज ही नहीं की। इसके बाद परिवार एसएसपी से मिला तो रिपोर्ट दर्ज की गई थी। मगर महिला की वायरल वीडियो के बाद पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे। महिला इंसाफ की दरकार से नाउम्मीद थी। जिसके चलते महिला ने जहर खा लिया।अब देखना ये है कि जीते जी जो इंसाफ पीड़िता को नहीं मिल पाया क्या मरने के बाद वो उसे मिलेगा?