दैनिक भास्कर ब्यूरो
बरेली । देवरनिया के नदी किनारे संरक्षित पशुओं के अवशेष मिले हैं। इससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। सूचना पर पहुंची देवरनिया और बहेड़ी पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही। करीब चार घंटे बाद देवरनिया पुलिस ने अपने थाने में अवशेष मिलने की बात मानी।
इस बीच हिंदूवादी नेताओं ने पुलिस से पशु तस्करों पर कार्रवाई की मांग की है। मामला थाना देवरनियां क्षेत्र के गांव गरगय्या में बहगुल नदी के किनारे संरक्षित पशुओं की खाल और अवशेष पड़े मिले। इसकी सूचना मिलते ही ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। मौके पर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। सूचना पर पहुंचे हिंदू संगठन नें मौके पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची देवरनिया पुलिस और बहेड़ी सीमा विवाद में उलझ गई।
सीमा विवाद में उलझा मामला
काफ़ी मशक्कतों के बाद देवरनिया पुलिस नें घटना स्थल कों अपना क्षेत्र माना। इसके बाद अवशेषों को दफन कराया गया।हिंदू संगठनों नें पशु तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वही इससे पहले सावन के शुरू में इसी गांव में संरक्षित पशुओं के अवशेष मिले थे। अब सावन अपने अंतिम चरण में हैं ऐसे में संरक्षित पशुओं के अवशेष मिलना किसी बड़ी मुसीबत की ओर तों इशारा नहीं हैं।
वर्जन
सीओ बहेड़ी डॉक्टर तेजवीर सिंह का कहना था कि देवरनियां की बहगुल नदी में संरक्षित पशुओं के अवशेष बहकर आए हैं जांच की जा रही है। पुलिस का सीमा विवाद का मामला कहना गलत है।