बरेली। सुभाषनगर में डॉक्टर के बाद अब रिटायर्ड दरोगा हनी ट्रैप का शिकार हो गए। अश्लील वीडियो वायरल की धमकी देकर उन्हें ब्लैकमेल किया गया। उनसे एक लाख 72 हजार रुपये हड़प लिए। रिटायर्ड दरोगा ने हनी ट्रैप गैंग के छह सदस्यों के खिलाफ एसएसपी के निर्देश पर सुभाषनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है जिसके चलते इस मामले में दो पुलिसकर्मी जांच के घेरे में है।
सुभाषनगर के बीडीए कॉलोनी मनकारा नगर निवासी रिटायर्ड दरोगा आनंद कुमार मिश्रा ने बताया कि 11 मार्च को मोबाइल पर पूजा कुमारी के नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई। वीडियो कॉल पर एक न्यूड लड़की ने कॉल रिकार्ड कर वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी। उसने ब्लैकमेल कर 20 लाख रुपये की मांग की। रिटायर्ड दरोगा ने फौरन पुजा कुमारी का मोबाइल नंबर सभी जगह ब्लॉक कर चैट डिलीट कर दी। 13 मार्च फिर उनके नंबर पर वीडियो कॉल आई। कॉल करने वाला डीसीपी की फुल यूनीफार्म में नजर आ रहा था। उसने खुद को आईपीएस आलोक कुमार वर्मा बताया। उसने अश्लील वीडियो को लेकर पहले तो काफी डराया और धमकाया फिर हमदर्दी दिखाते हुए मदद करने की बात कही। उसने वीडियो को सोशल मीडिया के सभी एप से इसे डिलीट करने के लिए संजय सिंह का नंबर व्हाट्सएप किया।
बदनामी के डर से कई बार में भेजे एक लाख 72 हजार रुपये
झांसे में आए रिटायर्ड दरोगा ने उस नंबर पर संपर्क कर सभी एप से वीडियो डिलीट कर डिलीट आईडी फार्म उपलब्ध कराने के लिए कहा। पांच मिनट बाद संजय ने बताया कि सोशल मीडिया के चार एप पर वीडियो अपलोड किया गया है। जिसे डीलिट करने की फीस 5700 रुपये हैं। रिटायर्ड एसआई ने कई बार में रुपये ऑनलाइन कर दिए। पांच मिनट बाद उसने बताया कि यूटयूब पर दो वीडियो अभी भी मौजूद है। जिन्हें डिलीट करने में आपको एक लाख 15 हजार रुपये भेजने को कहा गया। उसने 10 हजार रुपये स्वाती मिश्रा के बैंक खाते में और बाकी एक लाख पांच हजार प्रकाश गुप्ता के खाते में भेजने को कहा। 14 व 15 मार्च को रिटायर्ड एसआई ने इंटरनेट कैफे के माध्यम से कई बार में रुपये भेज दिए। थोड़ी देर बाद संजय सिंह ने 83 हजार रुपये और मांगे तब रिटायर्ड दरोगा को शक हुआ। उन्होंने रुपये भेजने से मना कर दिया तो सभी आरोपियों ने अपने मोबाइल नंबर बंद कर लिए। बाद में उन्हें समझ आया कि आईपीएस बताने वाला सरगना है और बाकी सभी हनी ट्रैप गैंग के सदस्य है। एसएसपी के निर्देश पर सुभाषनगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।