बरेली। बीते हुए कल का दिन भारतीय जनता पार्टी पर बहुत भारी था। करीब चार दशकों तक भाजपा का केंद्र और चेहरा रहे संतोष गंगवार के घर पर भाजपा के प्रदेशध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी का जमकर बिरोध हुआ। नारेबाजी हुई।
गुस्साये कार्यकर्ता सड़क पर लेट गए। मामले की पृष्ठभूमि में मेयर डा. उमेश गौतम की वह कथित टिप्पणी है, जो सांसद संतोष गंगवार के खिलाफ की गई। संतोष समर्थक इसको अभद्रता बता रहे हैं।कल से बरेली की भाजपा की राजनीति का तापमान बेहद हाई है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पीलीभीत पहुंचे। उन्होंने पीलीभीत के भाजपा उम्मीदवार जितिन प्रसाद के समर्थन में एक जनसभा भी की। इस जनसभा में संतोष गंगवार को पूरा महत्व दिया गया।
जिस वक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंच से अपना भाषण दे रहे थे, संतोष गंगवार काफी देर तक प्रधानमंत्री से बातचीत करते दिखे। अब यह बातचीत क्या हुई, यह तो कोई नहीं जान सकता लेकिन दूर से दिख रही भाव भंगिमाओं से यह जरूर साफ हो गया कि प्रधानमंत्री व संतोष गंगवार में किसी विशेष मुद्दे पर चर्चा हुई। अब यह बात अलग है कि वह विशेष मुद्दा मेयर से हुआ कथित विवाद है या नए प्रत्याशी छ्त्रपाल गंगवार का चुनाव यह अभी साफ नहीं है। कोई भी जिम्मेदार इस विषय पर कुछ भी नहीं बोल रहा है।