बरेली : सपा ने महापौर पद के लिए संजीव सक्सेना पर लगाया दांव

दैनिक भास्कर ब्यूरो

बरेली। समाजवादी पार्टी ने महापौर पद पर कायस्थ बिरादरी के संजीव सक्सेना को प्रत्याशी घोषित करके राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया। ज्यादातर राजनीतिज्ञ पूर्व महापौर डॉ. आईएस तोमर को प्रत्याशी मानकर चल रहे थे। मगर, सपा की शनिवार दोपहर बाद द्वितीय चरण की सूची में बरेली से महापौर पद के लिए संजीव सक्सेना का नाम घोषित हुआ तो राजनीतिक पंडित हैरान रह गए। संजीव सक्सेना के प्रत्याशी बनने से भाजपा का खेमा चिंतित हो उठा है क्योंकि कायस्थ बिरादरी भाजपा का कोर वोट मानी जाती है।

नए चेहरे पर दांव लगाने से पूर्व महापौर डॉ. आईएस तोमर के चुनाव लड़ने के मंसूबों को करारा झटका लगा है। पूर्व महापौर डॉ. आईएस तोमर वर्ष 2017 में सपा से महापौर पद के उम्मीदवार थे। वह भाजपा के तत्कालीन प्रत्याशी डॉ. उमेश गौतम से 12 हजार से अधिक वोटों से पराजित हो गए थे। दो बार महापौर रहने की वजह से इस बार भी सपा से उनका टिकट होने की चर्चा थी। मगर, सपा हाईकमान ने संजीव सक्सेना पर दांव लगाकर कायस्थ, मुस्लिम, यादव और बाकी वोट बैंक के जरिए भाजपा को तगड़ी चुनौती देने की तैयारी की है।

कायस्थ, मुस्लिम, यादव के समीकरण से भाजपा को मात देने की तैयारी

शहर की आकाश पुरम कॉलोनी निवासी संजीव सक्सेना के दादा स्व. बाबूराम सक्सेना स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री पंडित कमलापति त्रिपाठी ने उनको ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया था। देश की आजादी के बाद इनके दादा ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पेंशन लेने से यह कहकर इनकार कर दिया था कि सरकार यह पेंशन किसी जरूरतमंद को दे दे। संजीव सक्सेना सपा में पूर्व जिला उपाध्यक्ष के अलावा संगठन में पश्चिमांचल प्रभारी समेत कई अन्य महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। दैनिक भास्कर की टीम ने दो हफ्ते पहले ही (भाजपा के कोर माने जाने वाले कायस्थ वोट पर सपा की नजर) शीर्षक से समाचार प्रकाशित करके संजीव सक्सेना को महापौर पद का प्रत्याशी बनाए जाने का अनुमान व्यक्त किया था।

पूर्व महापौर डॉ. आईएस तोमर की उम्मीदों पर फिरा पानी, समर्थक मायूस

भास्कर के पूर्वानुमानों के अनुरूप सपा से महापौर पद का प्रत्याशी घोषित हो गया। शहर में मुस्लिमों के बाद कायस्थ बिरादरी के मतदाताओं की संख्या सर्वाधिक है। इसके चलते संजीव सक्सेना के प्रत्याशी बनने से समाजवादी पार्टी के अंदर जश्न का माहौल है। बीकॉम, एलएलबी तक शिक्षित संजीव सक्सेना ने बरेली कॉलेज बरेली से छात्र संघ की राजनीति शुरू की थी। उसके बाद वह सपा की राजनीति करते हुए संगठन में विभिन्न पदों पर रहे। उनकी गतिविधियां अपने कायस्थ समाज के प्रति भी समर्पित हैं। संजीव के प्रत्याशी घोषित होने से भाजपा का खेमा चिंतित हो उठा है। भाजपा ने हालांकि अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। मगर, कायस्थ बिरादरी से प्रत्याशी घोषित होने के बाद सपा और भाजपा के बीच महापौर पद पर मुकाबला कांटे का होने की उम्मीद है।

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