दैनिक भास्कर ब्यूरो
बरेली । एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान नें अपराधियों के साथ मुखबरी करने के आरोप में इंस्पेक्टर समेत सात पुलिसकर्मियों पर गाज गिराई है। जिसके बाद थाने में तैनात पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया।वही सस्पेंड होने वाले पुलिसकर्मी अलग-अलग महकमे में कार्यरत थे। जिसमें पुलिसकर्मी एसओजी, शेरगढ़, हाफिजगंज, समेत सीबीगंज में तैनात है। अपनी ड्यूटी भूल चुके पुलिसकर्मियों को एसएसपी घुले सुनील चंद्रभान ने भ्रष्ट पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया। जिसके बाद पुलिस महकमे में खलबली पैदा कर दी हैं।सूत्रों के मुताबिक फतेहगंज पश्चिमी के स्मैक तस्कर शानू उर्फ़ सोनू कालिया कों पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। सोनू कालिया कल्लू डॉन का साथी बताया जाता है। वही पुलिस की जांच में पाया गया कि स्मैक तस्कर शानू उर्फ़ सोनू कालिया के गिरफ्तार होने से पहले फतेहगंज पश्चिमी इंस्पेक्टर मनोज कुमार लगातार सोनू कालिया के संपर्क में थे। जिस वजह से सोनू कालिया पुलिस से बचकर निकल जाता था।
पुलिसकर्मी करते थे मुखबरी
पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी छोड़ कर अपराधियों के लिए मुखबरी का काम करने लग गए थे। जिसमें एसओजी के हेड कांस्टेबल अनिल कुमार प्रेमी, हाफिजगंज का सिपाही हर्ष चौधरी, शेरगढ़ का हेड कांस्टेबल बाबर, सीबीगंज का सिपाही दिलदार आलम व मुनव्वर नें पुलिस की ड्यूटी छोड़ स्मैक तस्कर सोनू कालिया के संपर्क में रहकर उसके लिए मुखबरी करने लगे थे। फिलहाल एसएसपी नें इन सब पर गाज गिराई हैं।
इंस्पेक्टर ने भी जी तोड़ मेहनत की सोनू कालिया के लिए
जिन स्मैक तस्करों पर पुलिस लगाम लगा रही थी। तों वही थाने में बैठे कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी थे जो स्मैक तस्कर की मदद कर रहे थे। सूत्रों की मानें तो 14 अगस्त को मुरादाबाद सिविल लाइंस में मुरादाबाद पुलिस ने एक महिला को स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था। सूत्रों की माने तो महिला सोनू कालिया से स्मैक लेकर मुरादाबाद गई थी। जिसकी भनक इंस्पेक्टर मनोज कुमार को लगी तों उन्होंने इस मुकदमे की कॉपी के लिए जी तोड़ मेहनत करके सोनू कालिया के व्हाट्सएप पर उपलब्ध कराई। हालांकि इंस्पेक्टर मनोज कुमार पर रिश्वत लेने मारपीट करने समेत कई और आरोप भी लगें हैं। जिसमें कई केस भी दर्ज हैं।
भ्रष्टाचार को लेकर भी एसएसपी नें उठाया बड़ा कदम
भ्रष्ट व आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने कड़ी कार्रवाई की है। फरीदपुर थाने में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर ने भ्रष्टाचार की हद पार कर दी। बताया जाता है कि ट्विटर हैंडल पर वीरपाल नाम के एक शख्स ने फरीदपुर पुलिस के भ्रष्टाचार को उजागर कर वायरल किया। जिसमें शख्स ने शिकायत की थी। युवक ने अपनी जेब से पैसे निकाल कर कंप्यूटर कक्ष में बैठे वीरपाल को दिए। इसी वीडियो के आधार पर एसएसपी ने कड़ी कार्रवाई की।