[ उपजिलाधिकारी रत्निका श्रीवास्तव ]
दैनिक भास्कर ब्यूरो ,
बरेली। सूबे की योगी सरकार ने भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारी और अधिकारियों पर कार्रवाइयां का ज़िम्मा यूपी पुलिस की एंटी करप्शन यूनिट कों दिया। जिससे शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई हो सके और अपराध पर लगाम लग सके। लेकिन सोमवार शाम बरेली की सदर तहसील में जांच करने गई एंटी करप्शन यूनिट की टीम और अमीन संघ के सदस्य आपस में भिड़ गए। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें तहसील परिसर अखाड़े में तब्दील होता नज़र आया।
वहीं वायरल वीडियो के बाद दैनिक भास्कर की टीम ने मौके पर पहुंचकर अमीन संघ के अध्यक्ष सर्वेश कुमार और एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर रामलाल पांडे से इस मामले को लेकर बातचीत के अंश-:
सवाल – जिस तरह आप पर अध्यक्ष जी आरोप -प्रत्यारोप लग रहें कि तहसील के अमीनो ने जांच करने आई एंटी करप्शन टीम के साथ हाथापाई की।
जवाब – अमीन संघ की ओर से ऐसा कोई भी काम नहीं किया गया जिससे तहसील की मर्यादा खराब हो जांच करने आई एंटी करप्शन टीम ने मूल दस्तावेज जब्त करने की कोशिश की। जिसको लेकर अमीन संघ ने इसका विरोध किया तभी एंटी करप्शन टीम अपनी धौस जमाने लगी। कहने लगी पता नहीं आपको हम लोग कौन हैं हम जो चाहें वो कर सकते हैं।
सवाल – एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें दोनों पक्षों में बहस हुई उसके बाद फिर मारपीट हुई
जवाब – सबसे पहले सुनें आप जो लोग इस पूरे प्रकरण में वादी हैं वह एंटी करप्शन टीम के साथ कैसे जांच कर सकते हैं। टीम के साथ इंस्पेक्टर इश्तियाक वारसी को देखकर अमीनो ने हंगामा किया था। वारसी पहले से ही साज़िशन रामजी शरण को ट्रैप करने के आरोपी हो चुके हैं। रही बात मारपीट की तों एंटी करप्शन टीम ने बदतमीजी की थी जिसको लेकर अमीन संघ ने इसका वीडियो भी बनाया तभी उन्होंने धक्का मुक्की शुरू की थी। अध्यक्ष सर्वेश कुमार कहते हैं हम अपने सरकारी दस्तावेज किसी को कैसे दे दें। अमीन संघ मूल प्रति की जगह उसकी प्रतिलिपि उपलब्ध करा रहा है। एंटी करप्शन की टीम की जांच में हम पूरा सहयोग दे रहे हैं। 2013 से अमीन संघ के पद पर कार्य कर रहा हूं।
वही दैनिक भास्कर के पत्रकार ने एंटी करप्शन इंस्पेक्टर रामलाल पांडे से भी बात की –
सवाल – आरोप लगाया जा रहा है कि आप वादी को साथ लेकर विवेचना कर रहे हैं।
जवाब – ऐसा बिल्कुल नहीं है हम तहसील परिसर में साक्षय जुटाने गए थे। जिसमें अमीन संघ नें साक्षय देने के बजाय बत्तमीजी की उसके बाद हाथापाई पर उतारू हो गए।
सवाल – कहा जा रहा आपने चार नोटिस दिये जवाब न मिलने पर एंटी करप्शन टीम तहसील गई जिसकी वजह से मामला गरमाया
जवाब – एंटी करप्शन टीम ने 2023 में अब तक 11 मामले ट्रेप किये हैं जिसमें 10 मामलों में कोई विवाद नहीं हुआ आखिर रामशरण का मामला इतना क्यों तूल पकड़ा हुआ हैं। असल बात यह जो आरोपी हैं उनका भाई अमीन का अध्यक्ष है इसलिए वो आरोपी को बचा रहे हैं। वही इंस्पेक्टर पांडे आगे कहते हैं अब हम रोज-रोज तहसील परिसर में अपनी बेइज्जती कराने नहीं जाएंगे। एंटी करप्शन टीम ने एसडीएम से बात की है वह अभिलेख डाक द्वारा भेज देंगे। फिलहाल एंटी करप्शन टीम के साथ अमीन संघ ने धक्का -मुक्की व मारपीट की जिसको लेकर एंटी करप्शन की ओर से कोतवाली में चार लोगों के खिलाफ तहरीर दी गई थी जिसमें अध्यक्ष समेत तीन अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है।
वर्जन –
एंटी करप्शन और अमीन संघ के बीच तीखी नोंक झोंक हुई थी। इसके बाद दोनों कों बुलाकर मामला शांत कर दिया गया साथ ही एंटी करप्शन टीम को जो भी दस्तावेज चाहिए वह उनको डाक द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे।
( उपजिलाधिकारी बरेली सदर रत्निका श्रीवास्तव )