बरेली। शहर में रोजाना 350 मीट्रिक टन से अधिक कूड़ा निकलता है। बीते 10 साल से इस कूड़ा निस्तारण के कोई इंतजाम नहीं हैं। पांच साल पहले नगर निगम ने शाहजहांपुर रोड पर शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर गांव सतनापुर में 24 करोड़ 4 लाख 18 हजार की लागत से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू की थी, जो अब तक पूरी नहीं हो पाई। 31 मई तक प्लांट की जमीन नगर निगम को हैंडओवर करने की बात भी हवा-हवाई साबित हुई।
ठेकेदार ने आधा अधूरा ही किया काम
नगर निगम ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने की प्रक्रिया वर्ष 2013 में प्रारंभ की थी। उस समय प्लांट कानूनी विवादों की भेंट चढ़ गया। फिर वर्ष 2017 में नगर नगम में भाजपा की सरकार बनने के बाद शहर से 20 किलोमीटर दूर शाहजहांपुर रोड पर गांव सतनापुर में 10.5 हेक्टेयर जमीन पर प्लांट लगाने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई। कार्यदाई संस्था सीएंडडीएस की ओर से लखनऊ की जगदीश सिंह एंड कंपनी को प्लांट के फाउंडेशन निर्माण का काम मिला। ठेकेदार ने अब तक फाउंडेशन का काम आधा-अधूरा ही किया है। 24 करोड़ 04 लाख 18 हजार रुपये की लागत से बनने वाले फाउंडेशन निर्माण में तमाम तरह की अनियमिताओं की बात भी उठने लगी है।
फाउंडेशन की गुणवत्ता पर नहीं दिया गया ध्यान
मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के नेताओं के अलावा समाजसेवी भी फाउंडेशन निर्माण में इतनी बड़ी रकम खर्च करने के तरीके की आलोचना कर चुके हैं। नगर निगम के एक पूर्व नेता तो इसके खिलाफ उच्च न्यायालय में जनहित याचिका भी दायर कर सकते हैं। इतनी बड़ी रकम खर्च होने के बाद भी अब तक न तो प्लांट के फाउंडेशन निर्माण का काम पूरा हो पाया है, न ही फाउंडेशन की गुणवत्ता पर ध्यान दिया गया है। 31 मई 2023 तक प्लांट हैंडओवर न होने से इसे चलाने की प्रक्रिया में भी देरी होगी क्योंकि प्लांट हैंडओवर होने के बाद यहां कूड़ा निस्तारण की मशीने लगनी हैं। इसकी टेंडर प्रक्रिया अलग से कराई जाएगी।
15 से पहले प्लांट नगर निगम को हैंडओवर कर दिया जाएगा
अपर नगर आयुक्त नगर निगम सुनील यादव ने बताया कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट 31 मई तक नगर निगम को हैंडओवर होना था। मगर, उसमें कुछ काम बाकी रह गया है। उसे कराया जा रहा है। यह काम पूरा होते ही 15 जून से पहले प्लांट नगर निगम को हैंडओवर कर दिया जाएगा।