दैनिक भास्कर ब्यूरो
बरेली । तिरंगे को देश की शान और पहचान बताया गया, लेकिन इस बीच कही तिरंगा उल्टा लेकर लोग सेल्फी लेते नजर आए। तो कहीं पढ़े-लिखे लोग तिरंगे का अपमान करते दिखे। अभी तिरंगे के अपमान में रिठौरा के सभासदो को लेकर लोगों का रोष थमा नहीं था कि बहेड़ी के एक स्कूल से स्मृति चिन्ह के रूप में दिए गए उलटे तिरंगे की फोटो वायरल हो रही है। इस पूरी घटना ने लोगों को शर्मिंदा कर दिया है। इसके साथ ही कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं। इन्हीं शिक्षकों पर हमारे प्रदेश का भविष्य निर्भर करता है और जब इनको ही तिरंगे का रंग नहीं पता है तो वो बच्चों को क्या बताएंगे। जिन शिक्षकों को तिरंगे का रंग नहीं पता है, वो क्या पढ़ने के लायक हैं।
वायरल फोटो के बाद शिक्षा पर खड़े हुए सवाल
जानकारी के मुताबिक बहेड़ी के एक स्कूल में कार्यक्रम के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष और उनके पति को स्मृति चिन्ह के रूप में तिरंगा भेंट किया गया। स्कूल प्रबंधन ने इस दौरान मुख्य अतिथि रहे नगर पालिका अध्यक्ष और उनके पति को तिरंगा उल्टा भेंट कर दिया। हालांकि कार्यक्रम में मौजूद मुख्य अतिथियों ने भी फोटो खिंचवाने के चक्कर में यह तक नहीं देखा कि झंडा उल्टा है या सीधा हैं। फिलहाल मामला जो भी हो फोटो वायरल होने के बाद लोग तरह-तरह रोष जता रहे हैं। वही इस घटना के बाद बहेड़ी की शिक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
रिठौरा में भी सभासदों ने बांटे थे उल्टे तरंगे
इससे पहले हर घर तिरंगे को लेकर रिठौरा से एक पोस्ट वायरल हुई जिसमें नगर पंचायत रिठौरा के दो सभासदों ने सीधे तिरंगा झंडे की जगह पर उल्टे झंडे बांटना शुरू कर दिया और दोनो सभासद ने फोटो खींचकर सोशल मीडिया वायरल कर दिए।