
दैनिक भास्कर ब्यूरो
बरेली। वार्डों में टिकट वितरण से भाजपा के अंदर भारी असंतोष पैदा हो गया है। 80 में से भाजपा ने 40 से अधिक पार्षदों के टिकट काट दिए। इनके स्थान पर नए चेहरों को टिकट दिया गया है। इसके चलते तमाम निवर्तमान पार्षदों ने पार्टी से बगावत करते हुए निर्दलीय नामांकन करा दिया। भाजपा के बागी भगवा दल का समीकरण चुनाव में बिगाडेंगे। इस बात के प्रबल आसार हैं। वार्ड तीन वीर सावरकर नगर में भाजपा के जनाधार वाले पार्षद अनुपम चमन का टिकट काट दिया गया। उन्होंने भाजपा से बगावत करते हुए निर्दलीय नामांकन दाखिल किया।
वार्ड नौमहला में अमित बिहार वर्तमान भाजपा पार्षद थे पार्टी ने यहां दूसरे वार्ड के प्रत्याशी को तार दिया इसके चलते अमित बिहार नाराज हो गए। उन्होंने भाजपा से बगावत कर दी। अमित बिहार ने अपनी पत्नी आरती बिहार का इस वार्ड से निर्दलीय नामांकन दाखिल करा दिया। इसी तरह वार्ड 17 पवन विहार में निवर्तमान पार्षद नरेश शर्मा बंटी भी अपनी पत्नी का टिकट बचाने में कामयाब नहीं हो पाए।
पार्टी के अंदर भारी बगावत, तमाम पार्षद निर्दलीय मैदान में उतरे
वह तमाम भाजपा के नेताओं और जनप्रतिनिधियों के चक्कर लगाते रहे। फिर भी उनका टिकट कट गया। इसके विरोध में नरेश शर्मा बंटी ने भी बागी होकर निर्दलीय नामांकन करा दिया। वार्ड 13 शांति विहार से अजय चौहान और वार्ड 22 खलीलपुर से उषा उपाध्याय को भी भाजपा ने इस बार टिकट नहीं दिया। इनकी जगह पर नए चेहरों को मौका दिया गया। इसके चलते इनमें वर्तमान पार्षदों ने बागी रुख अपनाते हुए निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया। इतना ही नहीं, वार्ड 41 बिहारीपुर से मुकेश मेहरोत्रा और वार्ड 44 में राजकुमार गुप्ता का टिकट भी कट गया। वार्ड 46 गांधीपुरम से पूनम गंगवार और वार्ड 58 से विपुल लाला को भी भगवा दल से टिकट नहीं मिला। इसके विरोध में इन निवर्तमान पार्षदों ने बागी रुख अपनाकर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी।
80 में से भाजपा ने काट दिए 40 से अधिक पार्षदों के टिकट
वार्ड 63 साहूकारा से कई बार निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत चुके राजू मिश्रा को भी भाजपा ने निराश कर दिया। उन्होंने भी भाजपा के टिकट काटने के निर्णय के विरोध में निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। हालांकि देर रात तक बागी पार्षदों को मनाने का दौर चल रहा था। इन वार्डों के अलावा कुछ अन्य वार्डों में भी पार्षदों ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है। यह बागी निर्दलीय चुनाव लड़कर नगर निगम में भाजपा का खेल आने वाले दिनों में बिगाड़ सकते हैं।