
दैनिक भास्कर ब्यूरो
बरेली। जेल में बंद माफिया अशरफ से फर्जी मुलाकात कराने के आरोप में बिथरी पुलिस ने उसके दो गुर्गों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। आरोपियों के खिलाफ बिथरी चैनपुर थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, कारागार अधिनियम, सेवन क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
मुख्य आरोपी सद्दाम, लल्ला गद्दी की गिरफ्तारी को लेकर दबिश जारी
इंस्पेक्टर बिथरी अश्वनी कुमार ने बताया कि प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद का भाई पूर्व विधायक गैंगस्टर अशरफ दो साल से बरेली जेल में बंद है। अशरफ से जेल में फर्जी तरीके से मुलाकात करने के आरोप में मीरगंज के गांव परौरा निवासी राशिद अली, इज्जतनगर में मुंशी नगर के रहने वाले फुरकान नबी खान को गिरफ्तार कर लिया है न दोनों गैंगस्टर अशरफ से जुड़े हुए हैं। वह जेल में बंद अशरफ से मुलाकात करते थे। अपने आधार कार्ड पर एक से अधिक लोगों की मुलाकात करवाते थे। पुलिस ने उनके मोबाइल फोन कब्जे में ले लिए हैं। पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। इस मामले में मुख्य आरोपी सद्दाम और सपा नेता लल्ला गद्दी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी को लेकर लगातार दबिश दी जा रही है।
जेल अफसरों की मिलीभगत से होती थी बेधड़क वीआईपी एंट्री
वैसे तो जेल में बंद अपराधियों से मिलने को लेकर जेल मैनुअल के हिसाब से शासन ने गाइडलाइन जारी कर रखी है। लेकिन जेल में बंद माफिया अशरफ से मिलने के लिए कोई नियम कानून नहीं थे। दोनों आरोपी जेल अफसरों की मिलीभगत से बेधड़क बीआईपी एंट्री करवाते थे। सप्ताह में किसी भी दिन अशरफ से मिलने के लिए उन्हें छूट थी।
एसआईटी जांच के बाद डीवीआर से खुलेंगे जेल के कई राज
बरेली जिला जेल में हर जगह सीसीटीवी लगे हैं। मेन गेट की एंट्री से लेकर बैरक सीसीटीवी से कवर होती है। पुलिस के सीसीटीवी की डीवीआर कब्जे में लेने के बाद कई राज खुलेंगे। इस मामले में डीआईजी अखिलेश चौरसिया ने एसपी सिटी के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम गठित की है। एसआईटी और एसटीएफ मिलकर डीवीआर से कई राज खोलेंगे। उसमें माफिया अशरफ से जेल अफसरों की मिलीभगत का सच सामने आएगा।