भास्कर ब्यूरो
बरेली। शहर से चारों दिशाओं में निकलने वाले चारों हाईवे का कार्य अधूरा पड़ा है। ऐसे में लग रहा है कि औद्योगिक हब बनाने का सपना कहीं अधूरा न रह जाए। शासन की महायोजना 2031 की ड्राफ्टिंग चली है जिसमें पांचों हाईवे का चौड़ीकरण और स्ट्रीट लाइट लगने हैं। लेकिन पांचों रोड़ों का काम अधूरा पड़ा हुआ है। इन रोड़ों के गढ़ों ने दर्जनों लोगों की जान ले ली है। फिर भी यह सिर्फ सपना ही बना है।
रामपुर रोड के चौड़ीकरण के काम अधूरा है, डिवाइडरों का काम 90 फीसदी पूरा है लेकिन रंगाई-पुताई नहीं हुई हैं। वहीं बदायूं रोड का सिक्स लाइन बनाने का सपना भी अधूरा है, गड्ढों में हर बार पत्थर डालकर पाट दिया जाता है। वहीं पीलीभीत रोड के हाल पहले से खराब हैं जो बचे थे जल निगम ने खराब कर दिए सीवर लाइन की बेतरतीब खुदाई के कारण राहगीरों को परेशानी हो रही है। इसके साथ ही शाहजहांपुर रोड के काफी पुराने गड्ढों ने कई लोगों की जान ले ली है।
शहर के लिए महायोजना 2031 की ड्राफ्टिंग चली है, भविष्य में औद्योगिक हब बनाने के लिए उद्यमियों ने बरेली में दाखिल होने वाले सभी हाईवे को संवारने का सुझाव दिया थे इसमें शाहजहांपुर, रामपुर और पीलीभीत रोड के चौड़ीकरण पर बरेली विकास प्राधिकरण का ड्राफ्ट तैयार किया गया था, जिसमें नैनीताल और बदायूं रोड के चौड़ीकरण को भी शामिल किया गया था। लेकिन यह सिर्फ एक सपना बनकर रह गया है, चारों ओर काम थमा हुआ है।
30 जुलाई तक ड्राफ्ट हुए महायोजना 2031 में बरेली के व्यवसायी, डाक्टर, जनप्रतिनिधि समेत प्रबुद्ध वर्ग के सुझाव मांगे गए थे। इसमें औद्योगिक बंधुओं की सबसे बड़ी मांग हाईवे चौड़ीकरण व स्ट्रीट लाइट बेहतर करने की थी, उद्यमियों ने यह भी सुझाव दिया था कि महायोजना 2021 में पहले से बने इंजीनियरिंग कालेज, सिनेमा हाल बैंक बिल्डिंग को ग्रीन बेल्ट में दिखा दिया गया, ऐसे प्रतिष्ठानों को उनके वर्तमान भू उपयोग के अनुसार महायोजना 2031 में दर्शाया जाए।
बता दें कि शहर से बाहर विकसित होने वाले उद्योग परिसीमन में आने लगे हैं। उद्यमियों का सुझाव है कि रजऊ जैसे औद्योगिक क्षेत्र को महायोजना 2031 में अंकित किया जाए। मौजूदा वक्त में माल लोड करके आने वाली गाडियां दिल्ली की तरफ से आने पर मिनी बाइपास और लखनऊ की तरफ से आने पर इन्वर्टिस तिराहा से अंदर नहीं आ सकती। दोनों स्पाट पर नो एंट्री रहती है। छोटी गाडियों में माल लादकर इकाई तक लाना होता है।
सीवर लाइन खुदाई से हो रही बड़ी परेशानी
बरेली के पीलीभीत बाईपास पर बेतरतीब बिना किसी योजना के हो रही सीवर लाइन की खोदाई का खामियाजा शहरवासी भुगत रहे हैं। यातायात व्यवस्था पूरी तरह फेल है। लोग कई-कई घंटे जाम में फंस रहे हैं। मरीजों की एंबुलेंस फंस रही है तो बच्चे स्कूल भी देरी से पहुंच रहे हैं। जाम में फंसने के कारण नौकरीपेशा लोग समय में अपने कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं। पिछले करीब एक माह से डोहरा रोड के मोड़ से लेकर आगे सौ फुटा मोड़ तक जाम के हालात बने हुए हैं।
बताते चलें कि सीवर लाइन की खोदाई के लिए करीब तीन महीने पहले पीलीभीत बाईपास पर खोदाई शुरू की गई थी। इसका काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है। खोदाई की शुरुआत में कुछ मीटर हिस्से में खोदाई कर उसे ठीक कर आगे की खोदाई की जा रही थी। इधर करीब एक महीने से सिर्फ खोदाई का काम ही चल रहा है। सड़क की मरम्मत नहीं हो रही है।
ऐसे में अब डोहरा रोड के मोड़ से लेकर संजय नगर मोड़ के आगे सौ फुटा मोड़ तक करीब एक किलोमीटर तक रोजाना भीषण जाम लग रहा है ऐसे में आशीष रायल पार्क, महानगर एयरपोर्ट जाने वाले व वनखंडीनाथ मंदिर व सुरेश शर्मा नगर से सटे मोहल्लों के लोग परेशान है रोजाना भीषण जाम में घंटो फंसे रहना उनकी मजबूरी बन गया है। बता दें कि यातायात व्यवस्था यहां पूरी तरह फेल है। यहां जिस सडक से इस समय यातायात गुजर रहा है। उसी सडक किनारे अस्पताल, ढाबे और गाडियों के शोरूम है, उन लोगों का भी सडक़ पर कब्जा है।